नई दिल्ली। कर्नाटक का राजनीतिक तापमान रिजल्ट आने के बाद और भी ज्यादा बढ गया है. कांग्रेस व जेडीएस के विधायकों को खरीदने के लिए करोड़ो रुपए ऑफर किए जा रहे हैं तो किसी को मंत्री बनाने का लालच तक मिला है. यह बातें मीडिया सूत्रों के जरिए बाहर आई हैं. विधायकों की खरीद-बिक्री व लालच को लेकर कांग्रेस-जेडीएस थोड़ी चितिंत हो गई है लेकिन इनका कहना है कि राज्यपाल जनादेश का पालन करते हुए फैसला करेंगे.
कांग्रेस नेताओं को मंत्री बनाने का लालच
प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेता एएल पाटिल बय्यापुर का कहना है कि ‘मुझे बीजेपी नेताओं ने फोन कर मंत्रालय देने और मंत्री बनाने की बात कही है.’ इस तरह की कई बातें सामने आ रही है जिसमें अन्य पार्टियों के विजयी विधायकों को लालच दिया जा रहा है.
200 करोड़ रुपए में विधायक सीट
केवल मंत्री पद नहीं बल्कि कर्नाटक में विधायक सीटों की बोली भी लग रही है. सूत्रों का कहना है कि विधायक सीट खरीदने के लिए 100-200 करोड़ रुपए तक की बात सामने आई है. हालांकि बातों में कितनी सच्चाई है इसकी कोई पुष्टि नहीं हो पाई है. लेकिन सरकार बनाने की लालच कांग्रेस व बीजेपी को कोई भी कदम उठाने को प्रेरित कर सकती है.
बीजेपी ने किया खारिज
बीजेपी आरोपों को लगता देख चुप कहां बैठती. इन तमाम आरोपों को सुनने के बाद बीजेपी के केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कुमारस्वामी के आरोपों को ‘ख्याली पुलाव’ बताया और कहा कि ‘बीजेपी विधायकों के बिक्री में विश्वास नहीं करती. बीजेपी को लोकतंत्र व जनादेश पर भरोसा है.’ साथ ही जावड़ेकर ने कांग्रेस और जेडीएस पर वार करते हुए कहा कि यह चुनावी बौखलाहट है जो कि कांग्रेस व जेडीएस पर साफ झलक रहा है.
आठ सीटों से दूर बीजेपी
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा 104 सीट जीतने वाली बीजेपी को कांग्रेस व जेडीएस ने मिलकर सरकार बनने से रोक रखा है. भाजपा केवल 8 सीट पीछे रह गई है इसलिए सत्ता में आने के लिए तमाम हथकंडों को अपना रही है. लेकिन कांग्रेस भी जमकर डटी है और बीजेपी के नाक में दम कर दिया है. स्थिति ऐसी है कि बीजेपी जीतकर भी लाचार हो गई है.
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