नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र नेता उमर खालिद पर हमला करने वाले युवक की पहचान हो गई है. पुलिस ने घटना स्थल के आस-पास मौजूद सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद एक तस्वीर जारी किया है. जिसमें यह शख्स कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के बगल में स्थित विट्टलभाई मार्ग पर 2.30 बजे एक शख्स भागता दिखाई दे रहा है.
उमर खालिद पर सोमवार को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब के बाहर हमला हुआ है. एक आदमी ने उमर पर तब हमला किया जब वो कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के बाहर अपने दोस्तों के साथ चाय पी रहे थे. हालांकि हमलावर कामयाब नहीं हो सका और मौके से फरार हो गया. घटनास्थल से एक पिस्तौल भी बरामद हुआ, जिसमें 6 जिंदा कारतूस थे.
पुलिस को दिए अपने बयान में उमर खालिद ने बताया कि वह ‘यूनाइटेड अगेंस्ट हेट’ नाम से चल रही एक मुहिम से जुड़े हैं और इसी के एक कार्यक्रम में शामिल होने वह कॉन्स्टिट्यूशन क्लब पहुंचे थे. उमर के मुताबिक-
“प्रोग्राम शुरू होने में टाइम था तो मैं दोस्तों के साथ चाय पीने चला गया. जब चाय पीकर लौट रहा था तो किसी ने पीछे से हमला किया. मेरा गला दबोचा. मुझे जमीन पर गिरा दिया और एक बंदूक निकालकर मुझ पर तान रहा था. उस वक्त मैंने उसकी बंदूक को दूर किया. दोस्तों ने पुश किया. वो भागा और भागते हुए गोली की आवाज आई.”
इस घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और वहां से एक पिस्तौल बरामद किया. उमर खालिद की शिकायत पर पार्लियामेंट स्ट्रीट थान में आर्म्स एक्ट और हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है. उमर खालिद ने इस मसले पर एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि उन्हें डराकर चुप नहीं कराया जा सकता. उमर ने गौरी लंकेश के साथ अपनी तस्वीर शेयर करते हुए ये भी लिखा कि उन्होंने ये गौरी लंकेश से सीखा है.
Read it also-दाऊद के नाम पर बसपा विधायक को धमकी, ‘1 करोड़ रुपये दो वरना तुम्हारे लिए एक गोली काफी है’
- दलित-बहुजन मीडिया को मजबूत करने के लिए और हमें आर्थिक सहयोग करने के लिये दिए गए लिंक पर क्लिक करेंhttps://yt.orcsnet.com/#dalit-dast
![dalit dastak](https://www.dalitdastak.com/wp-content/uploads/2020/12/DD-logo.jpg)
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।