जीत गई बसपा, आर.एस प्रवीण कुमार से डरे तेलंगाना के मुख्यमंत्री

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एक सच्चा अंबेडकरवादी जब हुंकार भरता है, तो बड़ी-बड़ी तानाशाह सरकार घुटने टेकने पर मजबूर हो जाती है। यह तस्वीर तेलंगाना के बसपा प्रमुख आर.एस प्रवीण कुमार की है, जो जीत के बाद अपना आमरण अनशन तोड़ रहे हैं। दरअसल तेलंगाना में भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद तेलंगाना के तमाम विपक्षी दलों और छात्र संगठनों ने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। लेकिन आईपीएस की नौकरी छोड़कर बहुजन समाज पार्टी का दामन थामने वाले चर्चित अंबेडकरवादी आर.एस. प्रवीण ने सरकार के खिलाफ आमरण अनशन का ऐलान कर दिया था। उन्होंने 16 मार्च को घोषणा की थी कि जब तक ग्रुप-वन की प्रारंभिक परीक्षा रद्द नहीं होती, वह आमरण अनशन पर रहेंगे।
उन्होंने 17 मार्च से बसपा मुख्यालय पर आमरण अनशन भी शुरू कर दिया। बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर घर पर छोड़ दिया। उन्होंने वहां भी अनशन जारी रखा। इस बीच मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव पर दबाव बढ़ता गया, जिसके बाद आखिरकार 24 घंटे के भीतर सरकार को बसपा और छात्र संगठनों की मांग माननी पड़ी। तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग ने ग्रुप वन की प्रारंभिक परीक्षा सहित दो अन्य परीक्षाएं रद्द कर दी। जिसके बाद आर.एस प्रवीण ने अनशन वापस ले लिया। इस बीच आर.एस प्रवीण की बेटी का भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह पिता के आमरण अनशन की घोषणा के बाद रोती हुई नजर आई थी।

आमरण अनशन तोड़ने के बाद आर.एस.प्रवीण ने ऐलान किया है कि वह तेलंगाना राज्य लोकसेवा आयोग में फैले भ्रष्टाचार और सरकारी तानाशाही के खिलाफ लड़ते रहेंगे। दरअसल आईपीएस की नौकरी से इस्तीफा देकर राजनीति में आए डॉ. आर.एस प्रवीण लगातार सक्रिय हैं। वह मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के खिलाफ लगातार मोर्चा खोले हैं। लोगों को बसपा से जोड़ने के लिए वह लगातार पूरे प्रदेश की यात्रा कर रहे हैं। खबर है कि अप्रैल महीने में उनकी यात्रा के समापन के मौके पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो बहन मायावती एक विशाल जनसभा में शामिल होंगी।

Video Link-  https://www.youtube.com/watch?v=BVzXkCBNM0s

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