
बाबैन। गांव गुढ़ा की हरिजन चौपाल में अखिल भारतीय अंबेडकर महासभा गुढा के द्वारा भीख नही भागेदारी, देश की हर ईट में चाहिए हिस्सेदारी कार्यक्रम के तहत एससीएसटी व ओबीसी समाज के लोगों की संविधानिक अधिकारों की रक्षा व अधिकार हासिल करने के लिए भूख हडताल लगातार 19 वें दिन जारी रही. इस भूख हडताल में अखिल भारतीय अंबेडकर महासभा गुढा के प्रधान धर्मबीर सिंह, सुभाष, विकास कुमार, अंग्रेज, महिला सदस्य रीना देवी, बाला देवी, मोनिका, सुमन, कृष्णा, लाजो, रोशनी अंगुरी, सुनीता व अन्य ग्रामीण शामिल रहे. आज गांव गुढ़ा में कांग्रेस पार्टी ने दलित समाज के लोगों का भूख हड़ताल में शामिल होकर समर्थन किया. कांग्रेस पार्टी से जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन मेवा सिंह ने समर्थन करते हुए कहा कि आप सभी अपने हकों की लड़ाई के लिए लड़ रहे है जो कोई गलत बात नही है. उन्होनें कहा कि किसी भी समाज के लोगों को अपने हकों की लड़ाई संवैधानिक तरीके से लड़ने का अधिकार है और सरकार दलित समाज के लोगों की मांगे जल्द पूरा करनी चाहिए. उन्होनें कहा कि इस संर्षष की लड़ाई में कांग्रेस पार्टी आप सभी के साथ है.
धर्मवीर सिंह ने बताया कि अनशन पर बैठने के कारण रानी देवी व लाजो देवी की हालत बहुत खराब हो चुकी है जिन्हें इलाज के लिए हस्पताल में ले जाया गया था और अब दोनों महिलाओं की सेहत में सुधार है. धर्मबीर ने कहा कि स्पेशल कम्पोनेट प्लान लागू किया जाए और एसीएसटी व ओबीसी समाज के अधिकारों की रक्षा की जाए. उन्होंने कहा कि डा. भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखित दलितों के अधिकारों को लागू किया जाए. उन्होंने कहा कि जब तक दलित सामज की मुख्य मांगों को पूरा नही किया जाएगा तब तक भूख हड़ताल लगातार जारी रहेगी. गांव के सरपंच मुकेश कुमार ने गांव में दलित समाज के लोगों को पहले ही समर्थन दिया हुआ है और उन्होंने पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया.
इसे भी पढ़ें-दाऊद के नाम पर बसपा विधायक को धमकी, ‘1 करोड़ रुपये दो वरना तुम्हारे लिए एक गोली काफी है’
- दलित-बहुजन मीडिया को मजबूत करने के लिए और हमें आर्थिक सहयोग करने के लिये दिए गए लिंक पर क्लिक करेंhttps://yt.orcsnet.com/#dalit-dast

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।