
खबर तामिलनाडु के त्रिची की है. तमिलनाडु में मनिकंदम ब्लॉक के अरुवाकुडी गांव के 30 दलित परिवारों ने सोमवार को जिलाधिकारी के सामने पेश होकर एक अर्जी दी है. इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके गांव प्रधानों ने पिछले 30 वर्षों से उनका बहिष्कार कर रखा है. इन ग्रामीणों ने अपील की कि प्रशासन इस बहिष्कार को खत्म कराए ताकि वे 7 जुलाई को शुरू होने वाले सालाना मंदिर उत्सव में गांव के बाकी परिवारों के साथ हिस्सा ले सकें. इन 30 परिवारों पर इस उत्सव में हिस्सा लेने पर पाबंदी है.
हाल ही में हुई इम मामले की सुनवाई के दौरान महिला और बच्चों समेत करीब 60 ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को अपनी परेशानी सुनाई. इनकी अगुआई करने वाले टी पलानीस्वामी (59) ने बताया, ’30 साल पहले तत्कालीन गांव प्रमुख ने गांव के 120 दलित परिवारों में से 30 परिवारों का बहिष्कार करने का ऐलान किया था. उनका अपराध बस इतना था कि गांव की देवी मरिअम्मन की पूजा के दौरान उनसे कुछ भूल हो गई थी. लेकिन 30 साल बाद भी मौजूदा गांव प्रमुख और मंदिर के ट्रस्टी एस शक्तिवेल और एस थवासी अपने पूर्वजों के बनाए नियम का ही पालन कर रहे हैं.’

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