नई दिल्ली। किसी को जाल में फंसाने का सबसे आसान तरीका लड़कियां होती हैं. राजनीतिक और अधिकारियों के गलियारों में घूमने वाले दलालों के बीच यह चर्चा आम है कि जो काम किसी चीज से नहीं होता है, वह लड़की और शराब के बल पर किया जा सकता है. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI भी भारतीय सेना के अधिकारियों के साथ यही खेल खेलने लगी है. इसे हनी ट्रैप कहा जाता है. इसी हनी ट्रैप में फंसकर भारतीय वायुसेना (IAF) के अफसर अरुण मारवाह ने ISI को गोपनिय दस्तावेज दे दिया.
अरुण माहवाह की गुरुवार को गिरफ्तारी के बाद सारा मामला परत दर परत उघरने लगा है. जानकारी के मुताबिक, बीते वर्ष दिसंबर में आईएसआई एजेंट ने दो फेसबुक अकाउंट के जरिए मारवाह से संपर्क बढ़ाया. यह दोनों ही फेसबुक अकाउंट लड़कियों के नाम से थे, जिन्हें मॉडलिंग के पेशे से जुड़ा दर्शाया गया था. दोस्ती आगे बढ़ी तो भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह के साथ लड़की बना आईएसआई एजेंट सेक्स चैट करने लगा. दोनों ओर से यह सिलसिला चला. मारवाह को पूरी तरह अपने जाल में फंसाने के बाद आईएसआई एजेंट ने मारवाह से गोपनीय दस्तावेज मांगे.
आरोप है कि पूरी तरह हनीट्रैप का शिकार हो चुके मारवाह ने अपने मोबाइल से वायुसेना मुख्यालय में अहम दस्तावेजों की तस्वीरें निकालीं और व्हाट्सऐप के जरिए लड़की बने आईएसआई एजेंट को भेजे. इन अहम दस्तावेजों में ट्रेनिंग और युद्ध संबंधी तैयारियों की जानकारियां भी शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक, मारवाह द्वारा आईएसआई को भेजे गए दस्तावेजों में गगन शक्ति नाम से किए गए कॉम्बैट एक्सरसाइज से जुड़ी जानकारियां भी शामिल हैं.
एयरफोर्स के बड़े अधिकारी को इसकी भनक लगने के बाद मारवाह के खिलाफ आंतरिक जांच बिठा दी गई. करीब 10 दिन तक चली जांच में मारवाह की जासूसी में संलिप्तता पाई गई. इसके बाद दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से मारवाह की शिकायत की गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल सेल को इसकी जांच सौंप दी. स्पेशल सेल ने गुरुवार सुबह मुकदमा दर्ज कर मारवाह को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही दोपहर बाद पटियाला हाउस कोर्ट स्थित मुख्य महानगर दंडाधिकारी दीपक सहरावत की अदालत में पेश कर उन्हें पांच दिन की रिमांड पर ले लिया.

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