बेंगलुरू। आईएएफ ने एयरो इंडिया शो को बेंगलुरु से उत्तर प्रदेश शिफ्ट करने के केंद्र के प्रस्ताव पर चिंता प्रकट की है. एयरफोर्स का कहना है कि लखनऊ के बाहरी इलाके में ‘बख्शी का तालाब’ एयरपोर्ट एक छोटा सा स्टेशन है, इसमें इतनी सुविधाएं नहीं हैं कि इतने बड़े इवेंट का आयोजन किया जा सके. इस फैसले पर इसलिए भी हैरानी जताई जा रही है क्योंकि बेंगलुरु पिछले 22 सालों से एयरो इंडिया शो की मेजबानी कर रहा है.
सूत्रों के मुताबिक एयरफोर्स का कहना है कि लखनऊ में सुविधाओं के सुधार में 12-14 महीने लगेंगे. एयरफोर्स ने रनवे की मरम्मत न होने और एयरक्राफ्ट को पार्क करने और विक्रेताओं के लिए स्टेशन में जगह न होने का भी मुद्दा उठाया है. इसके साथ ही एयरफोर्स ने लखनऊ से ‘बक्शी का तालाब’ तक की सड़क यात्रा को भी ‘दु:स्वप्न’ की तरह बताया है. सूत्र ने बताया कि आईएफ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश हवाई अड्डे में आधुनिक नौवहन की सुविधाएं भी नहीं हैं.
शो के लिए इतने कम वक्त में लखनऊ एयरपोर्ट को तैयार करने में अपनी अक्षमता व्यक्त करते हुए आईएफ ने कहा कि कितना भी जोर लगाने के बाद यह बेंगलुरु की सुवुधाओं का मुकाबला नहीं कर सकता. बता दें कि एयरो इंडिया बेंगलुरु में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर आयोजित द्विवार्षिक इंटरनेशनल एयर शो और विमानन प्रदर्शनी है. रक्षा मंत्रालय द्वारा एचएएल की साझेदारी में इसका आयोजन किया जाता है.
पिछले साल हुए शो 11वें संस्करण में 549 कंपनियों (270 भारतीय और 279 विदेशी) ने इसमें भाग लिया था. इसमें भाग लेने वाले 72 विमानों ने 27,678 वर्ग मील के क्षेत्र को ढका था. 51 से अधिक देशों ने इसमें हिस्सा लिया था.
एयरो इंडिया के लिए आयोजन स्थल को बदलने की खबरों के बाद इस मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो गई है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने इस मुद्दे पर अपनी पीड़ा प्रकट की है. कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि, “मोदी सरकार ने यह निर्णय राजनीतिक कारणों से लिया है. हम इस तरह के कदम का विरोध करते हैं क्योंकि एयरोनॉटिकल साइंस में बेंगलुरु अग्रणी है. एयरो इंडिया जैसे किसी कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए इसका सबसे बड़ा एयरबेस भी है. यदि केंद्र इसको स्थानान्तरित करता है तो कर्नाटक के लोग बीजेपी को सबक सिखाएंगे.”
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