अयोध्या, यूपी। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दलित युवती के साथ हुई हैवानियत से दलित समाज में जबरदस्त उबाल है। दलित समाज के लोगों के साथ ही नेताओं ने भी इस घटना पर यूपी की योगी सरकार और यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बसपा अध्यक्ष सुश्री मायावती के साथ बसपा के नेशनल को-आर्डिनेटर आकाश आनंद ने यूपी सरकार और खासकर यूपी पुलिस पर जमकर हमला बोला है। सोशल मीडिया एक्स पर आकाश आनंद ने लिखा है-
अयोध्या के सहनवां में एक दलित बेटी 3 दिन से गायब थी। लेकिन यूपी की नाकारी पुलिस ने इसकी सूचना मिलने के बाद सही से कार्रवाई तक नहीं की। अगर सही वक़्त पर पुलिस हरकत में आ जाती तो शायद ये बेटी बच जाती। इस जघन्य हत्याकांड के आरोपियों के साथ दोषी पुलिसवालों के ख़िलाफ़ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। दरअसल वीवीआईपी सेवा में व्यस्त उत्तर प्रदेश पुलिस इतनी नकारा हो चुकी है कि अब गरीब, शोषित, वंचित समाज की जान की उसके लिए कोई कीमत ही नहीं है।
अयोध्या के सहनवां में एक दलित बेटी 3 दिन से गायब थी। लेकिन यूपी की नाकारी पुलिस ने इसकी सूचना मिलने के बाद सही से कार्रवाई तक नहीं की। अगर सही वक़्त पर पुलिस हरकत में आ जाती तो शायद ये बेटी बच जाती। इस जघन्य हत्याकांड के आरोपियों के साथ दोषी पुलिसवालों के ख़िलाफ़ भी कड़ी कार्रवाई…
— Akash Anand (@AnandAkash_BSP) February 2, 2025
हमारे समाज की इस बेटी के साथ जो अमानवीय हरकत हुई है उसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस और यहां की भाजपा सरकार को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। महिलाओं के खिलाफ अपराध में यूपी नंबर वन हो गया है और यही है यहां की भाजपा सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि। भाजपा के जंगल राज ने अब समाजवादी पार्टी के जंगल राज को भी पीछे छोड़ दिया है। सूबे के मुखिया और उनका पूरा तंत्र अभी इसी में व्यस्त है कि कुंभ की मौतों का आंकड़ा कैसे छिपाया जाए। योगी जी आप और आपका प्रशासन अगर गरीब, मजलूमों, दलितों को सुरक्षा नहीं दे सकता है तो आपको तुरंत मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। साथ ही समाजवादी पार्टी के नेता और अयोध्या क्षेत्र के सांसद अवधेश प्रसाद जी को घड़ियाली आंसू ना बहाकर सोचना चाहिए कि पिछले तीन दिन से वो कहां थे। संसद में महाकुंभ पर चर्चा की मांग करने वाले सांसद जी के पास इस बेटी को न्याय दिलाने का वक्त नहीं था तो अब मीडिया के सामने रोने का नाटक कर रहे हैं।
बसपा सुप्रीमों सुश्री मायावती ने भी इस घटना पर रोष जताते हुए प्रदेश सरकार से दलितों की सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने एक्स पर लिखा- उत्तर प्रदेश के जिला अयोध्या के सहनवां में दलित परिवार की बेटी का शव निर्वस्त्र अवस्था में मिला है, उसकी दोनों आँखें फोड़ दी गई हैं तथा अमानवीय व्यवहार भी हुआ है, यह बेहद दुःखद व अति गम्भीर मामला है। सरकार सख्त कदम उठाये, ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो।
उत्तर प्रदेश के जिला अयोध्या के सहनवां में दलित परिवार की बेटी का शव निर्वस्त्र अवस्था में मिला है, उसकी दोनों आँखें फोड़ दी गई हैं तथा अमानवीय व्यवहार भी हुआ है, यह बेहद दुःखद व अति गम्भीर मामला है। सरकार सख्त कदम उठाये, ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो।
— Mayawati (@Mayawati) February 2, 2025
बता दें कि इस घटना को लेकर प्रेस कांफ्रेस करते हुए स्थानीय सपा सांसद अवधेश प्रसाद रो पड़े थे, जिसका वीडियो जमकर वायरल हुआ था।
दूसरी ओर आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने भी इस मामले में यूपी सरकार को घेरा है। चंद्रशेखर ने एक्स पर लिखा-
उत्तर प्रदेश के जिला अयोध्या के कोतवाली क्षेत्र में 22 वर्षीय दलित युवती के साथ हुई निर्मम हत्या ने न केवल कानूनी व्यवस्था की विफलता को उजागर किया है, बल्कि यह समाज में व्याप्त असुरक्षा और अमानवीयता को भी खौ़फनाक तरीके से सामने लाया है। परिजनों के अनुसार “युवती के साथ गैंगरेप हुआ, उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे, दोनों आंखें फूटी हुई थीं, और पैर भी टूटे हुए थे। सिर और चेहरे पर गंभीर चोटें थीं, और पूरे शरीर पर गहरे जख्म थे। हाथ-पांव रस्सी से बंधे हुए थे। यह घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए घोर शर्मनाक और अविश्वसनीय है।”
उत्तर प्रदेश के जिला अयोध्या के कोतवाली क्षेत्र में 22 वर्षीय दलित युवती के साथ हुई निर्मम हत्या ने न केवल कानूनी व्यवस्था की विफलता को उजागर किया है, बल्कि यह समाज में व्याप्त असुरक्षा और अमानवीयता को भी खौ़फनाक तरीके से सामने लाया है।
परिजनों के अनुसार "युवती के साथ गैंगरेप…
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) February 1, 2025
बता दें कि परिजनों का आरोप है कि 30 तारीख की रात से युवती के लापता होने के बावजूद पुलिस ने मामले की गंभीरता को नज़रअंदाज़ किया और केवल खानापूर्ति करती रही। यह न सिर्फ पुलिस प्रशासन की लापरवाही है, बल्कि पूरे सिस्टम की विफलता को भी दिखाता है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या उत्तर प्रदेश की सरकार और उसके मुखिया योगी आदित्यनाथ इस दलित परिवार को न्याय दिलाएंगे?
राज कुमार साल 2020 से मीडिया में सक्रिय हैं। उत्तर प्रदेश की राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखते हैं।