हरिद्वार। इलाज कराने हरिद्वार से मुंबई जा रहे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता और बड़ा अखाड़ा उदासीन के महंत मोहनदास चलती ट्रेन से लापता हो गए. महंत मोहनदास शुक्रवार की रात दो बजे हरिद्वार-लोकमान्य तिलक एसी सुपरफास्ट ट्रेन से मुंबई के लिए रवाना हुए थे. शनिवार रात भोपाल जंक्शन पर उन्हें खाना देने पहुंचे एक भक्त से उनके गायब होने का पता चला.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और बड़ा अखाड़ा उदासीन से जुड़े संतों ने महंत मोहनदास के अपहरण की आशंका जताई है. कहा कि फर्जी संतों की सूची जारी करने के बाद से परिषद के पदाधिकारियों को धमकियां मिल रही हैं. महंत की तलाश में पुलिस की एक टीम हरिद्वार से दिल्ली भेजी गई है. कनखल में अखाड़ा मुख्यालय पर संतों का जमावड़ा लगा हुआ है. परिषद ने अपने पदाधिकारियों की सुरक्षा की मांग की है.
कनखल स्थित बड़ा अखाड़ा उदासीन के महंत मोहनदास का मुंबई के बॉम्बे हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. डॉक्टरों ने ऑप्रेशन के लिए 18 सितंबर की तारीख दी थी. 15 सितंबर की रात दो बजे महंत मोहनदास हरिद्वार-लोकमान्य तिलक एसी सुपरफास्ट के ए-1 कोच में रवाना हुए थे.
अखाड़े के संतों के मुताबिक महंत मोहनदास ने भोपाल के एक भक्त को शनिवार रात में खाना लाने के लिए बोला था. रात करीब आठ बजे भक्त खाना लेकर पहुंचा तो महंत मोहनदास सीट पर नहीं थे. महंत मोहनदास का हैंडबैग भी गायब मिला है. बड़ा बैग व कुर्ता सीट पर रखा मिला. उनका मोबाइल भी बंद आ रहा था.
आस पास के यात्रियों का कहना था कि उन्होंने निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के बाद महंत मोहनदास को नहीं देखा. तब भोपाल निवासी भक्त ने अखाड़े में महंत के लापता होने की जानकारी हरिद्वार अखाड़ा कार्यालय को दी. इससे संतों में हड़कंप मच गया.

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