नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी को चुनौती दी है. ‘एक देश, एक चुनाव’ को लेकर सरकारी कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद अखिलेश यादव ने बीजेपी को चुनौती दी है कि वो 2019 के साथ ही सारे चुनाव करा ले. इसके लिए समाजवादी पार्टी पूरी तरह तैयार है. इससे अच्छा मौका कहां मिलेगा देश का सबसे बड़ा प्रदेश है. संदेश तो यहीं से जाएगा.
‘एक देश एक चुनाव’ तय करने को बनी सरकारी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. कमेटी ने यूपी में अगला विधानसभा चुनाव 2022 के बजाय 2024 लोकसभा चुनाव के साथ कराने की राय दी है. यदि ऐसा होता है तो योगी सरकार का कार्यकाल सात साल का हो जाएगा. कमेटी चाहती है कि दिसंबर 2021 के पहले होने वाले सारे चुनाव 2019 में लोक सभा चुनाव के साथ करा लिया जाए. विधि आयोग के सुझाव की तर्ज पर उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ मंत्री की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति ने अपनी रिपोर्ट में एक साथ चुनाव कराने की सिफारिश की है. समिति ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपी.
बता दें कि हालही में बीजेपी को कैराना व नूरपुर में मात देने के बाद समाजवादी पार्टी पूरी जोश में दिख रही है. माना जा रहा है कि आगामी लोक सभा चुनाव में सपा व बसपा मिलकर चुनाव लड़ेगी. हालांकि सीट बंटवारों को लेकर फिलहाल बातचीत नहीं हो पाई है.
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