नई दिल्ली। बिहार के भागलपुर स्थित घोघा गांव की कोमल की पिछले दिनों दलित दस्तक में खूब चर्चा हुई. दलित दस्तक ने कोमल को लेकर खबर प्रकाशित की तो वहीं यू-ट्यूब चैनल के लिए इंटरव्यू भी चलाया. असल में इसकी एक जायज वजह भी थी. कोमल मुसहर जाति से ताल्लुक रखती हैं. और अपने गांव की मुसहर टोली से मैट्रिक की परीक्षा पास कर कोमल ने एक नया आगाज किया था. इससे पहले इस मुसहर टोली से कोई भी दसवीं पास नहीं कर पाया था.
दलित दस्तक द्वारा कोमल की कहानी को दुनिया के सामने लाने के बाद कई लोगों ने कोमल की मदद की है. दलित दस्तक में प्रकाशित अपने इंटरव्यू में कोमल ने आगे शिक्षा जारी रखने की इच्छा जाहिर की थी और शिक्षक बनने का सपना बताया था. हालांकि कोमल के दिहारी मजदूर पिता और ईट-भट्टे पर काम करने वाली उसकी मां की गरीबी कई मौके पर उसकी पढ़ाई में आड़े आती है. लेकिन अधिकारियों के समूह द्वारा कोमल की मदद के बाद उसके लिए आगे की राह थोड़ी आसान हो गई है.
इस समूह ने कोमल के लिए उसके परिवार के खाते में 27 हजार रुपये की मदद की है. मदद करने वाले अधिकारियों के नाम हम यहां प्रकाशित कर रहे हैं.
(1) आर. ए. सेठ ज्वाइंट कमिश्नर
(2) धम्मप्रिय आदित्य भारती जी (DC गाजियाबाद)
(3) धम्मप्रिय शरत चंद्रा जी (DC मुज्जफरनगर)
(4) धम्मप्रिय सुदीप श्रीवास (AC आगरा)
(5) धम्मप्रिय विनोद मित्रा (AC आगरा)
(6) धम्मप्रिय अभिषेक कुमार सेठ (AC)
(7) धम्मप्रिय सुरेंद्र कैथल (DC बाँदा)
(8) धम्मप्रिय संतोष कुमार (AC आगरा)
(9) श्रीमती दीप्ति गुप्ता (AC आगरा)
(10) धम्मप्रिय रंजय कुमार सिंह (CTO अमरोहा)
(11) सुश्री सांत्वना गौतम (DC प्रशासन, इटावा)
(12) धम्मप्रिय अजय कुमार वर्मा (DC चांदपुर)
(13) धम्मप्रिय गंधर्व सिंह (AC आगरा)
(14) धम्मप्रिय रंजीत कुमार (DC टैक्स ऑडिट कानपुर)
(15) धम्मप्रिय अनिल कुमार जी (DC SIB मुरादाबाद)
(16) धम्मप्रिय जय प्रकाश जी (AC झांसी)
(17) धम्मप्रिय संजीव कुमार आर्य जी (DC)
(18) धम्मप्रिय प्रवेश तोमर (DC मुजफरनगर)
इस सहयोग पर इस समूह का कहना है कि हम लोगों ने समाज के उस तबके तक पहुँचने का प्रयास किया है जहाँ पर सूरज ने भी रोशनी देने से इनकार कर दिया था. उम्मीद है कि इन अधिकारियों का यह कदम कोमल के सपनों को नए पंख देगा.
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