नई दिल्ली। मंगलवार को दुबई के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम मैदान पर एशिया कप मुकाबले में जब दोनों कप्तान मैदान पर उतर रहे थे सबकी नजरें ठहर गईं. अफगानिस्तान के कप्तान असगर अफगान के साथ जो शख्स टॉस के लिए उतर रहा था वह रोहित शर्मा नहीं था. जी, कैमरा जैसे ही फोकस हुआ सामने महेंद्र सिंह धोनी का चेहरा नजर आया. क्या, इस मैच में धोनी कप्तानी करेंगे. जी, करीब दो साल बाद महेंद्र सिंह धोनी एक बार फिर भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे हैं. सही हिसाब लगाएं तो 696 दिन बाद धोनी टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे हैं.
धोनी ने आखिरी बार 29 अक्टूबर 2016 को न्यू जीलैंड के खिलाफ विशाखापत्तनम में भारतीय टीम की कप्तानी की थी. इस मैच में भारत को 190 रनों से जीत मिली थी. बतौर कप्तान यह धोनी का 200वां एकदिवसीय मैच है. यह मुकाम हासिल करने वाले वह दुनिया तीसरे कप्तान हैं. एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी करने का रेकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग के नाम है. पोंटिंग ने 230 मैचों में कप्तानी की जिसमें से 165 में ऑस्ट्रेलिया ने जीत हासिल की. इसके बाद न्यू जीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग का नंबर आता है जिन्होंने 218 मैचों में कप्तानी की और कीवी टीम ने इसमें से 98 जीते है, धोनी के 199 मैचों में से 110 में भारत ने जीत हासिल की और 74 मुकाबले हारे. वहीं चार मैच टाई रहे और 11 का कोई नतीजा नहीं निकला. धोनी का जीत औसत 59.57 है, जो किसी भी भारतीय कप्तान से बेहतर है. आईसीसी ने भी अपने ट्वीट में धोनी की कप्तानी में वापसी को लेकर ट्वीट किया है. आईसीसी ने अपने इस ट्वीट में लिखा ‘कैप्टन कूल इज बैक!’
टॉस के बाद धोनी ने मैच में अपनी रणनीति पर बात की. इस मैच में अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया, जिस पर धोनी ने कहा कि अगर वह टॉस जीतते तो वह भी पहले फील्डिंग का ही निर्णय लेते.’ भारत के लिए 200वें वनडे में कप्तानी कर रहे धोनी ने कहा, ‘मुझे यह विश्वास नहीं था कि जहां मैं खड़ा हूं मेरे पास ऐसा मौका आएगा. मैंने 199 वनडे मैचों में कप्तानी की है, तो इससे मुझे 200वें वनडे में कप्तानी करने का मौका मिला है. यह सब भाग्य है और मैं इसमें हमेशा भरोसा करता हूं. यह सब मेरे नियंत्रण में नहीं था, क्योंकि मैं अब कप्तानी छोड़ चुका हूं. बतौर कप्तान 200वां वनडे खेलना शानदार है, लेकिन मुझे नहीं लगता इसका कोई खास महत्व है.
इसे भी पढ़ें-SC/ST एक्ट पर बीजेपी में दंगल, शिवराज के बयान पर भड़के उदित राज
- दलित-बहुजन मीडिया को मजबूत करने के लिए और हमें आर्थिक सहयोग करने के लिये आप हमें paytm (9711666056) कर सकतें हैं।

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।