हाशिये की पत्रकारिता करने वाले यू-ट्यूबर पत्रकार वेद प्रकाश को जातिवादी गुंडों ने जान से मारने की धमकी दी है। पत्रकार वेद प्रकाश को मारने के लिए फुलवारीशरीफ से लेकर एम्स और नौबतपुर के रास्ते में घंटों दौड़ाया गया। इस दौरान वेद प्रकाश को धमकी देने वाला शख्स फेसबुक लाइव पर आकर अपने साथियों से वेद प्रकाश को घेरने और सबक सिखाने की बात करता रहा। जब पत्रकार का पीछा किया जा रहा था तो वह अपनी बहन और भांजों के साथ थे। यानी कि अगर आरोपी पत्रकार को घेरने में सफल रहते तो अनहोनी होने की आशंका थी।
बिहार के दलित पत्रकार वेद प्रकाश की हत्या करने के उद्देश्य से किस तरह से षङयंत्र और तैयारी किया जा रहा है। नीतिश जी आपकी सरकार में बिहार दलितों की कब्रगाह बन गया है। @NitishKumar @ActivistVed वेद की सुरक्षा सुनिश्चित करें। pic.twitter.com/TQhwe8GDuN
— All India Parisangh (AIP) (@aiparisangh) July 1, 2021
इस घटना के बाद पत्रकार वेद प्रकाश ने शिकायत दर्ज कराई है और सुरक्षा की मांग की है। बिहार के डीजीपी को दिए गए आवेदन में वेद प्रकाश ने अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया है। उन्होंने कहा कि गुरुवार की शाम वह अपनी बहन और भतीजे के साथ कार से जा रहे थे। जब वे फुलवारीशरीफ में थे तो कुछ लोगों की हरकत उन्हें ठीक नहीं लगी। वहां से वे जैसे ही निकले तो उनका पीछा किया जाने लगा। शाम के करीब पांच बजे से लेकर छह बजे के बीच उन्हें मारने की नीयत से इस तरह उनके साथ किया गया। इस घटना में उन्होंने अमृतांशु पर आरोप लगाया है। बताया कि अमृतांशु ही फेसबुक पर लाइव आकर सबको नौबतपुर और बीएमपी की तरफ से उन्हें घेरने के लिए निर्देश दे रहा था। काफी देर तक अमृतांशु ने पीछा किया, लेकिन किसी तरह उन्होंने अपनी जान बचाई।
पत्रकार वेद प्रकाश पर हमला अक्षम्य अपराध!
CM साहब के आवास से महज 7-8 किमी की दूरी पर लाइव करके हमला करने का हौसला कहां से आया है?
यह महाजंगलराज का प्रतीक है। कोई किसी के विचार से असहमत हो सकता है, लेकिन किसी को इस वजह से जानलेवा हमला का हक किसने दिया?
शीघ्र सबकी गिरफ्तारी हो!— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) July 2, 2021
इस मामले में वेद ने कहा कि फेसबुक लाइव पर ही आरोपी ने जातिगत बात भी कही है। इसके अलावा पत्रकारिता छोड़ा देने जैसी धमकी भी दी। पीड़ित वेद ने दिए गए आवेदन में फेसबुक लाइव वीडियो और कुछ तस्वीरें भी उपलब्ध कराई है। पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है, लेकिन बिहार पुलिस की ओर से अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार किये जाने की खबर नहीं मिली है।
बिहार के जनवादी पत्रकार @ActivistVed को कुछ मवालियों से धमकी मिल रही है कि उनकी गाड़ी का पीछा करके, वे जहां पर भी दिखे उनको सबक सिखाया जाए। आखिर क्यों? क्योंकि वह जातिवाद के खिलाफ मोर्चा बुलंद किए है। @nitishKumar जी ब्रहमेश्वर मुखिया के समर्थक का बचाव करेगें या उसकी गिरफ़्तारी?
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) July 2, 2021
गौरतलब है कि वेद प्रकाश हाशिये के समाज की पत्रकारिता करते हैं और उनके मुद्दों को उठाते हैं। वह गरीब, कमजोर, दलित और वंचित समाज की खबरों को देश दुनिया के सामने लेकर आते हैं, जिस कारण जातिवादी गुंडो को उनसे चिढ़ है। इस घटना के बाद हाशिये की पत्रकारिता करने वाले तमाम लोग वेद प्रकाश के समर्थन में आ गए हैं। साथ ही बहुजन समाज के राजनेताओं ने घटना की निंदा करते हुए अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और कार्रवाई करने की मांग की है। लेकिन सवाल यह भी उठता है कि आखिर अमृतांशु जैसे जातिवादी गुंडों को हाशिये के समाज की आवाज उठाने वाले पत्रकारों को सरेआम धमकी देने की हिम्मत कहां से मिलती है? क्या अमृतांशु जैसे जातिवादी गुंडों को सत्ताधारी राजनीतिक दल और राजनेता का संरक्षण हासिल है? क्या अमृतांशु ने ऐसा किसी के इशारे पर किया है? अगर नहीं तो फिर बिहार की पुलिस आरोपियों को जल्दी से गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है?
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Sir mere name par 4jagh phargi kanpani (1,2KR0R ) PASWAN TRADERS