मेरठ। मेरठ मे दलित हिंसा रूकने का नाम ही नहीं ले रही है. अब एक नया मामला सामने आया है जोकि मेरठ के ब्रह्मपुरी क्षेत्र का है. वहां के सरस्वती लोक के समीप वाल्मीकि आश्रम में गुरुवार सुबह तीन बदमाशों ने धावा बोल दिया। आश्रम की महिला महंत और उनके पुत्र सहित तीन को बंधक बनाकर कई घंटो तक लूटपाट की गयी. लूट सूचना पर पहुंचे कुछ नेताओं ने घटना पर आक्रोश जताया और बदमाशों को पकड़ने की मांग पुलिस से की गयी.
बता दें की नूरनगर रोड पर सरस्वती लोक के निकट एक महर्षि वाल्मीकि आश्रम है. आश्रम की महंत शारदा देवी ने बताया की गुरुवार की सुबह करीब पांच बजे दो बदमाश आश्रम में घुसे और आंगन में सो रही शारदा को चाकू दिखाते हुए कुछ खाने को मांगने लगे. शारदा रसोई में गईं तो दूसरे बदमाश ने आंगन में सो रहे उनके पुत्र मोनू और रिक्शा चालक राकेश को गन प्वाइंट पर ले लिया। इसके बाद महंत शारदा को भी गन प्वाइंट पर लेते हुए दो बदमाशों ने पूरे आश्रम को खंगालते हुए बक्से में रखी दस हजार की नकदी, सोने की अंगूठी और दो पाजेब लूट लीं।
जाते समय बदमाश सभी को एक कमरे में बंद करते हुए किसी को कुछ बताने पर जान से मारने की धमकी देकर दानपात्र में रखी नगदी भी लूटकर फरार हो गए।
इस घटना पर कुछ समय बाद ही राजनीति शुरू हो गयी जिसमें भाजपा नेता कमलदत्त शर्मा और तुषार गुप्ता के साथ महंत शारदा देवी ने थाने में तहरीर दी और बताया कि वह करीब बीस सालों से आश्रम में रह रही हैं। 3 वर्ष पहले भी बदमाशों ने उनके आश्रम से गाय और दो बछड़े लूट लिए थे, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई थी.
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