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नीतिशा खलखो आदिवासी समाज से जुड़े विषयों पर स्वतंत्र लेखन के साथ-साथ कई मीडिया संस्थानों के लिए लिखती हैं। वह आदि मैगजीन्स में निरंतर लिख रही हैं। इसके साथ ही इंटरनेशनल मैगज़ीन 'द पर्सपेक्टिव जर्नल' और युद्धरत आम आदमी के संपादन में सहयोग करती हैं। लेखक ने 60 से अधिक कई नेशनल और इंटरनेशनल सेमिनार में हिस्सेदारी की है। दिल्ली और झारखंड में रहते हुए उन्होंने कई आन्दोलनों को नजदीक से देखा है और उसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है। साथ ही आप देश के कई संगठनों से बतौर फाउंडिंग मेंबर जुड़ी हुई हैं। झारखण्ड ट्राइबल स्टूडेंट एसोसिएशन जे एन यू से भी सक्रिय तौर पर जुड़ी रही हैं। उनसे संपर्क neetishakhalkho@gmail.com पर किया जा सकता है।