पटना। परिवार के तीन सदस्यों की हत्या और बेटी के बलात्कार से सदमें में आया दलित परिवार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इंसाफ चाहता है। 25 नवंबर की रात भागलपुर जिले के बिहपुर के झंडापुर गांव में एक दलित परिवार के तीन सदस्यों की बर्बर हत्या कर दी गयी थी। उनकी आंखें निकाल दी गयीं और उनका गला रेत दिया गया। पत्नी मीना देवी का गला रेत दिया। 7वीं में पढ़ने वाली बेटी का सामूहिक बलात्कार किया। उसके सर पर मारा और मरा जानकर चले गए। लेकिन वह बच गई।
घटना के बाद लड़की कोमा में है। जाहिर है कि मां-बाप और भाई की हत्या और खुद का बलात्कार किए जाने के बाद उसने अचेत हो जाना बेहतर समझा होगा। अस्पताल के अधीक्षक के मुताबिक उसके सिर में गहरी चोट है, खून के थक्के जम गए हैं। अस्पताल में लड़की के साथ उसके डरे हुए रिश्तेदार हैं।
घटना किस वक्त हुई किसी को नहीं पता। परिवार के लोग किसी पुरानी रंजिश की बात से इंकार कर रहे हैं। लेकिन चर्चा है कि झंडापुर गांव में दलितों के 70 घरों के बीच कनिक राम थोड़ा सबल था। हाल ही में उसने मछली पालने का तालाब ठेके पर लिया था। हाल तक इस पर ऊंची जाति वालों का कब्जा रहा है और उन्हें एक दलित का तालाब का ठेका लेना खटक रहा था। परिवार मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहा है। लेकिन बिहार की भाजपा औऱ नीतीश कुमार के गठबंधन की सरकार फिलहाल पद्मावती की लाज बचाने में जुटी है।

लेखक स्वतंत्र पत्रकार और लेखक हैं। इनकी दिलचस्पी खासकर ग्राउंड रिपोर्ट और वंचित-शोषित समाज से जुड़े मुद्दों में है। दलित दस्तक की शुरुआत से ही इससे जुड़े हैं।