नई दिल्ली। दलित आदिवासी एवं घुमन्तू अधिकार अभियान राजस्थान (डगर) के संस्थापक सामाजिक कार्यकर्ता, स्वतंत्र पत्रकार, लेखक व चिंतक भंवर मेघवंशी को अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त “अम्बेडकर अवार्ड 2018” दिया जायेगा. संयुक्त राज्य अमेरिका स्थित संगठन ‘फ्रेंड्स फ़ॉर एजुकेशन इंटरनेशनल’ (एफ एफ ई आई) भारत में ग्रासरूट पर काम कर रहे सामाजिक कार्यकर्ताओं व संघर्षशील व्यक्तियों को अम्बेडकर अवार्डस देता है.

एफ एफ ई आई के संस्थापक अध्यक्ष बेंजामिन कैला ने लॉस एंजेल्स में बताया कि इस वर्ष भारत की तीन शख्सियतों को यह अवार्ड से दिया जायेगा, जिसमें भंवर मेघवंशी भी शामिल हैं. संगठन के अमेरिका स्थित ऑफिस ने सोशल मीडिया पर अम्बेडकर अवार्ड 2018 के विजेताओं के नाम की घोषणा करते हुए जानकारी दी कि इस वर्ष का अवार्ड जातिवाद के खिलाफ लड़ रही अमृता प्रणय (तमिलनाडु), सफाई कर्मचारी आंदोलन के नेता बेजवाड़ा विल्सन (आंध्रप्रदेश) वह जमीनी स्तर पर संघर्षरत सामाजिक कार्यकर्ता भंवर मेघवंशी (राजस्थान) को इस सम्मान से नवाजा जायेगा.
मेघवंशी को उनके द्वारा वंचित वर्गों के मध्य विगत दो दशकों से किये जा रहे कामों को देखते हुए यह अवार्ड देने का फैसला किया गया है. अमेरिका में स्थित पेरियार इंटरनेशनल उनके अवार्ड को स्पॉन्सर कर रही है. अवार्ड की घोषणा करते हुए संस्था के अध्यक्ष बेंजामिन कैला ने बताया कि उनका संगठन विगत कुछ वर्षों से भारत में सामाजिक न्याय व समानता के अम्बेडकरवादी मूल्यों के लिए लड़ने वाले लोगों का चयन कर उन्हें पुरुस्कृत करता है. इस अवार्ड के तहत 50 हजार रुपये की राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है.

जबकि बेजवाड़ा विल्सन सफाई कर्मचारी आंदोलन के अगुवा हैं. उन्हें भारत सरकार मैग्सेसे अवार्ड से भी सम्मानित कर चुकी है. विल्सन सफाई कर्मचारियों के हक के लिए देश भर में आंदोलन करते हैं. दूसरी ओर अमृता का नाम तब सुर्खियों में आया था जब उनके पति प्रणय को उन्हीं के घरवालों ने हत्या कर दी थी. प्रणय दलित समाज का युवा था और अमृता का ताल्लुक कथित सवर्ण समाज से. दोनों ने अपनी मर्जी से शादी कर ली थी, जिससे अमृता के घरवाले नाराज थे. प्रणय की हत्या के वक्त अमृता गर्भवती थी और उसने हाल ही में बच्चे को जन्म दिया है. पति की हत्या के बाद अमृता ने समाज के बीच गैरबराबरी के खिलाफ लड़ने की बात कही थी.
(विशेष प्रतिनिधि)

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