अंबेडकरी आंदोलन के सजग प्रहरी और भीम पत्रिका के संपादक एल. आर. बाली का निधन

981

 अंबेडकरी आंदोलन के सजग प्रहरी और मासिक पत्र भीम पत्रिका, जालंधर के संपादक एवं लेखक एल.आर. बाली का छह जुलाई को दोपहर एक बजे निधन हो गया। आने वाले 20 जुलाई को वह 94 साल के होने वाले थे। इस उम्र में भी एल आर बाली बिल्कुल स्वस्थ और सक्रिय थे। उनके करीबियों ने बताया कि दोपहर एक बजे उन्होंने खाना खाया। इसके बाद उन्होंने तबियत खराब होने की बात कही, जिसके बाद उनके करीबी और रिश्तेदार उन्हें अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एल. आर बाली की जीवन काफी संघर्ष भरा रहा और अंबेडकरी आंदोलन के लिए उन्होंने काफी काम किया। वह बाबासाहेब के संपर्क में लगभग 6 सालों तक रहे। अंबेडकर वांग्मय प्रकाशिक करवाने में भी उनकी बड़ी भूमिका रही।  बाबासाहेब द्वारा लिखे साहित्य को हिन्दी और पंजाबी पाठकों के लिए मुहैया कराने में भी उनकी बड़ी भूमिका रही। उन्होंने दर्जन भर से ज्यादा पुस्तकें लिखी थी। एल. आर. बाली ने रंगीला गांधी नाम की किताब लिखी थी, जिसको लेकर काफी विवाद हुआ था। वह अपनी आखिरी सांस तक भीम पत्रिका नाम से पत्र प्रकाशित करते रहें।

दलित दस्तक के संपादक अशोक दास ने पिछले साल सितंबर महीने में उनसे मुलाकात कर उनका इंटरव्यू लिया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.