सहारनपुर। करीब डेढ़ महीने पहले भाजपा सरकार ने जातीय हिंसा का आरोप लगाते हुए भीम आर्मी के संस्थापक को जेल में बंद कर दिया था जिसके बाद से उनके बारे में कोई भी खबर बाहरी लोगों को नहीं मिल रही थी पर कल खबर मिली की चन्द्रशेखर के साथ जेल में मारपीट की जा रही है. इसका पता लगने के बाद उनके समर्थक जेल में हुए जानलेवा हमले के विरोध में कलक्ट्रेट पर एकत्रित हुए. कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि चन्द्रशेखर पर अन्य बंदियों ने जेल में दो बार जानलेवा हमला किया है.
जेल में चन्द्रशेखर की जान को खतरा है. उन्होंने इस मामले की जांच और जेल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और चेतावनी दी कि इस मामले में कार्रवाई न होने पर उन्हें सड़कों पर उतरकर आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा.
बता दें की गुरुवार को कलक्ट्रेट में भीम आर्मी के कार्यकर्ता एकत्रित हुए. कार्यकर्ताओं ने बताया कि भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया की मां 26 जुलाई को जेल में कमल से मुलाकात करने पहुंची थीं. मुलाकात के दौरान कमल ने बताया कि 25 जुलाई को चंद्रशेखर पर दो बार जानलेवा हमला किया गया है. चंद्रशेखर की बैरक से आवाजें आने के बाद जेल में बंद अन्य कार्यकर्ताओं को घटना की जानकारी हुई. उन्होंने बताया कि हमलावरों ने बैरक में रखी किताबें और कपड़े भी इधर-उधर फेंक दिए.
इसी को लेकर गुरुवार को कार्यकर्ता जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि जिला जेल में हाल ही में तैनात किए गए अधिकारी भी अत्याचार कर रहे हैं. उन्होंने जिलाधिकारी व एसएसपी के नाम ज्ञापन सौंपकर कारागार के अधिकारियों को तत्काल हटाने, इस घटना की निष्पक्ष जांच कराने और कार्यकर्ताओं को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है. मांग पूरी न होने पर कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने की चेतावनी दी है और कहा है कि अगर भीम आर्मी संस्थापक को कुछ भी हुआ तो परिणाम बहुत गंभीर होंगे.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।