भीम आर्मी कार्यकर्ताओं को पीटाः जातिसूचक शब्द कहे और गालियां दीं, दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप

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चोटों का निशान दिल्ली पुलिसकर्मियों की बर्बरता खुद बता रही हैनई दिल्ली। भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के मधुविहार थाना पुलिस पर जातीय उत्पीड़न व पिटाई करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं दिल्ली पुलिस आयुक्त से मामले में निष्पक्ष जांच कर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

आयुक्त को दिए शिकायती पत्र में बताया कि आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हिमांशु वाल्मीकि का 26 सितम्बर को जन्मदिन था। इस दौरान त्रिलोकपुरी व कल्याणपुरी विधानसभा के कार्यकर्ता उनको जन्मदिन की बधाई देने जा रहे थे। रात करीब 9 बजे साईं मंदिर के पास मधु विहार थाने के सिपाहियों ने भीम आर्मी कार्यकर्ता अमन पुत्र राजेंद्र निवासी कल्याणपुरी की बाइक रोक ली। वहीं गाड़ी के कागज मांगे। गाड़ी के कागज डीजी लॉक (मोबाइल पर) में दिखाने के बावजूद पुलिसकर्मी नहीं माने। पुलिसकर्मियों ने भीम आर्मी कार्यकर्ताओं की पिटाई की।

शराब के नशे में थे पुलिसकर्मी

त्रिलोकपुरी निवासी भीम आर्मी कार्यकर्ता अजय कुमार गौतम ने आरोप लगाया है कि अमन बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चला रहा था। साईं मंदिर के पास मधु विहार थाने के पुलिसकर्मी किशन यादव और प्रमोद ने अमन की बाइक रोकी और उनसे पूछताछ करने लगे। पुलिसकर्मियों को अपने साथी से उलझता देख कर विधानसभा अध्यक्ष त्रिलोकपुरी मनोज गौत, राम अभिलाष उतर कर पिकट पर पहुंचे तो देखा कि दोनों पुलिसकर्मी नशे में थे।

अमन ने पुलिसकर्मिकों को जरूरी डॉक्यूमेंट और अपनी आईडी भी दिखाई, लेकिन दोनो पुलिसकर्मियों ने डीजी लॉकर को मानने से इंकार कर दिया। अन्य कार्यकर्ताओं के परिचय देने के बावजूद दोनों पुलिसकर्मियों ने जातिसूचक शब्द कहे और गाली-गलौज करने लगे। वहीं कॉल कर के दूसरी पीसीआर की गाड़ी बुला लीं। विरोध करने पर पुलिसकर्मियों ने सड़क पर हीं लात घूंसे और लाठी से पिटाई की।

सिर फटा, चोटें आईं

मनोज गौतम ने आरोप लगाया है कि पिटाई से राम अभिलाष का सिर फट गया। अजय, अमन व अन्य को अंदरूनी चोट आई हैं। हमें थाने ले जाया गया, इसके बाद घायल कार्यकर्ताओं को अस्पताल भेजा गया, जहां सभी को प्राथमिक उपचार दिया गया, लेकिन हमारा मेडिकल नहीं कराया गया।

थानाधिकारी से पुलिसकर्मियों की शिकायत की गई। इस दौरान थानाधिकारी ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की बात कही, लेकिन उनका मेडिकल नहीं कराया। रात ज्यादा होने का बहाना बताकर हम लोगों को अगले दिन 12 बजे दिन में थाने बुलाया। जब अगले दिन हम थाने गए तो थानाधिकारी ने यह कहकर हमें वापस भेज दिया कि मामले की फाइल डीसीपी ईस्ट ऑफिस भेज दी है। संबंधित कार्यालय में पता चला कि अधिकारी छुट्टी पर हैं।

थानाधिकारी से नहीं हुआ सम्पर्क

दलित दस्तक ने मामले में पुलिस का पक्ष जानने के लिए मधु विहार थानाधिकारी से सम्पर्क किया। थाने के लैंड लाइन नम्बर 01122720808 फोन करने के बावजूद समाचार लिखे जाने तक संबंधित अधिकारी से सम्पर्क नहीं हो सका।

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