हरियाणा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन भाजपा को बड़ा झटका लगा है। एक नाटकीय घटनाक्रम में भाजपा के दलित चेहरे अशोक तंवर ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर सबको चौंका दिया। दोपहर एक बजे तक भाजपा के लिए चुनाव प्रचार करने वाले अशोक तंवर अचानक घंटे भर बाद ही राहुल गांधी की महेन्द्रगढ़ रैली में पहुंच गए, जहां उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर लिया।
अशोक तंवर भाजपा के चुनाव कैंपेंन कमेटी के अहम सदस्य और स्टार प्रचारक भी थे। ऐसे में अशोक तंवर का चुनाव से दो दिन पहले भाजपा को छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन करना, भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। अशोक तंवर ने भूपेन्द्र हुड्डा से मतभेद के बाद का 2019 में कांग्रेस पार्टी छोड़ दिया था। कांग्रेस छोड़ने के बाद उन्होंने अपनी पार्टी और संगठन बनाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। साल 2022 में वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। लेकिन वहां से भी जल्दी ही उनका मन भर गया। ऐसे में अशोक तंवर इसी साल 20 जनवरी में हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए थे।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष लोकसभा @RahulGandhi जी की उपस्थिति में महेंद्रगढ़ रैली में @INCIndia परिवार में शामिल हुए। pic.twitter.com/Rn7iOZkbIh
— Ashok Tanwar (@Tanwar_Indian) October 3, 2024
अशोक तंवर ने अपनी राजनीति कांग्रेस के साथ ही शुरू की थी। साल 2009 में वह सिरसा लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। लेकिन 2014 में वह चुनाव हार गए। 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अशोक तंवर को सिरसा से अपना उम्मीदवार बनाया लेकिन कांग्रेस की दिग्गज नेता कुमारी सैलजा ने उन्हें 2.5 लाख से ज्यादा वोटों से करारी शिकस्त दे दिया। ऐसे में अशोक तंवर का राजनैतिक करियर दांव पर था और उन्हें कांग्रेस में वापसी ही बेहतर विकल्प लगा। बता दें कि अशोक तंवर हरियाणा के दिग्गज नेता हैं। हरियाणा की हिसार व सिरसा सीट पर उनका दखल माना जाता है। ऐसे में यहां की सीटों पर कांग्रेस पार्टी को फायदा हो सकता है और भाजपा को बड़ा झटका लग सकता है।
हरियाणा में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन राजनीतिक दांव पेंच चरम पर दिखा। अशोक तंवर ने नाटकीय ढंग से भाजपा को छोड़कर फिर से कांग्रेस में वापसी कर ली।
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