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पटना। बिहार बोर्ड के रिजल्ट घालमेल को लेकर हर साल कुछ ना कुछ सामने आ रहा है. रूबी कुमारी की घटना की बीते बहुत दिन नहीं हुए हैं और एक बार फिर इस साल बिहार बोर्ड साइंस की टॉपर कल्पना सवालों के घेरे में हैं. खबरों के अनुसार इस मामले को भी टॉपर घोटाला की तरह देखा जा रहा है. हालांकि बिहार बोर्ड की गलती सबके सामने आ चुकी है. लेकिन फिलहाल बिहार बोर्ड की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
कौन है कल्पना
बिहार बोर्ड की ओर से बुधवार को 12th के नतीजे जारी किए गए. साइंस में कल्पना कुमारी ने टॉप किया है. कल्पनी वही लड़की है, जिसने दो दिन पहले NEET में ऑल इंडिया टॉप किया है. कल्पना की पढाई-लिखाई पर कोई सवाल नहीं है लेकिन नियम-कानून की मानें तो कल्पना घिरते दिख रही हैं. इसको लेकर शिक्षा विभाग की सबसे बड़ी गलती सामने आ रही है.
क्यों उठ रहे सवाल
जानकारी के मुताबिक, कल्पना ने दो साल दिल्ली रहकर आकाश इंस्टीट्यूट से कोचिंग की थी. लेकिन इसी दौरान उसने शिवहर के तरियानी में YKJM कॉलेज में रेगुलर एडमिशन लेकर पढी की. यहां ध्यान देने वाली बाता है कि, बिहार बोर्ड एग्जाम्स में बैठने के लिए स्टूडेंट को 75 फीसदी अटेंडेंस (उपस्थिति) दर्ज करानी होती है. अब सवाल ये है कि जब कल्पना कॉलेज ही नहीं गई, तो उसने 12th का एग्जाम कैसे दिया? मतलब साफ है कि इस टॉपर के लिए स्कूल ने बड़ा फर्जीवाड़ा किया है. NEET में कल्पना को 720 में से मिले 691 मार्क्स मिले हैं इसलिए कल्पना के शिक्षा पर कोई शक नहीं है. अब देखना है कि बिहार का शिक्षा विभाग इसको लेकर क्या कार्रवाई करता है.
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