पटना। 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है. गठबंधन में रह कर लड़ने वाले राजनीतिक दल सीटों की रस्सा-कस्सी में फंसे हैं. ऐसे में बिहार में भी सीटों को लेकर खींचतान शुरू हो गई है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा यानि हम के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने ऐलान कर दिया है कि बिहार चुनाव में वह उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेंगे.
उन्होंने कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा को जितनी सीटें मिलेंगी हम को भी उससे कम सीटें मंजूर नहीं होंगी. इसका तर्क देते हुए मांझी ने कहा कि ‘हम’ गठबंधन में काफी पहले से शामिल है, जबकि कुशवाहा हाल ही में गठबंधन में शामिल हुए हैं. कुशवाहा ने यहां तक कह दिया कि अगर ऐसा नहीं होता है तो हम दूसरे विकल्प पर सोचेंगे. आगामी 18 फरवरी को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी अपने आगे की रणनीति तय करेगी.
दरअसल चर्चा है कि रालोसपा प्रदेश की चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी. यह भाजपा नीत-राजग द्वारा उसे पेशकश की गई सीटों की दोगुनी संख्या है. इसमें आरएलएसपी को काराकाट सीट दी गई है, जहां से कुशवाहा सांसद हैं. इसके अलावा मोतिहारी, गोपालगंज की सीट भी कुशवाहा को दिए जाने की चर्चा है.
लेखक स्वतंत्र पत्रकार और लेखक हैं। इनकी दिलचस्पी खासकर ग्राउंड रिपोर्ट और वंचित-शोषित समाज से जुड़े मुद्दों में है। दलित दस्तक की शुरुआत से ही इससे जुड़े हैं।