गोपालगंज। मजाक में ही सही लेकिन कभी-कभी लोग कहते हैं कि बच्चे बड़ों से ज्यादा समझदार होते हैं. यही समझदारी कुछ बच्चे दिखा रहे हैं. इन बच्चों ने ‘द क्राईंग अर्थ’ नाम से एक संस्था बनाई है. कुछ अलग है न?
नाम से आप समझ गए होंगे की यह नाम किसके रोने की बात कर रहा है. 27 सितंबर को इन बच्चों ने एक मुहीम की शुरूआत की. यह शुरूआत बिहार के गोपालगंज जिले के बसडिला ग्राम पंचायत से हुई, जहां बच्चों ने पौधारोपण का काम किया. लेकिन ऐसे-वैसे नहीं इनकी एक नई सोच के साथ. अलग सोच यह थी कि यह पौधारोपण का काम वहां होगा जहां नारी होगी. और जब वह नारी पौधारोपण कर देगी तब उस पौधे का नाम भी नारी के नाम पर हो जाएगा. और उस पौधे की जिम्मेदारी उस नारी की हो जाएगी.
बच्चे कहते हैं कि आज हमारी धरती धीरे-धीरे विनाश की ओर अग्रसर होती जा रही है तो हमें अपनी धरती को बचाने के लिए कुछ काम करना होगा. क्योंकि आज हमारी धरती रो रही है. ये बच्चे गोपालगंज केंद्रीय विद्यालय के छात्र है. यह बच्चे विडियो बना कर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करते हैं. इन बच्चों में केंद्रीय विद्यालय के छात्र गौरव प्रियदर्शी, सिद्धार्थ गौतम, टिंकू केडिया, सौरव प्रियदर्शी, शौरव राज, आदित्य प्रकाश, अमृत राज आदि छात्र भी है. छात्रों ने वेदांत और रंजय को भी धन्यवाद कहा. वेदांत और रंजय दोनों ने इन छात्रों का मार्गदर्शन भी किया और मदद भी की.
रिपोर्ट -सिद्धार्थ गौतम
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