छपरा। देश में दलितों पर अत्याचार बढ़ता ही जा रहा है. भारत के हर राज्य में दलितों के साथ भेदभाव और मार-पीट की जा रही है. पिछले एक हफ्ते में गुजरात में ही अलग-अलग जगहों पर दलितों पर अत्याचार की तीन घटनाएं हो चुकी हैं. अभी तक सरकार और प्रशासन जातिवादी गुंडों का कुछ नहीं कर पाया है. प्रशासन और पुलिस के कार्रवाई न करने से जातिवादियों का मनोबल बढ़ रहा है.
ऐसे मनोबल के चलते ही जातिवादियों ने बिहार के सारण जिले में दलित महिला वार्ड सदस्य के ऊपर थूक दिया और अपमानजनक टिप्पणी की. जब महिला ने इसका विरोध किया तो जातिवादी गुंडों ने महिला के पति और पति के बड़े भाई को बंधक बनाकर पीट दिया. दोनों को इलाज के लिए रिविलगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.
दरअसल, रिविलगंज थाना क्षेत्र के तिवारी टोला की दलित महिला वार्ड सदस्य बबिता देवी पर गांव के कुछ लोगों ने पान खाकर थूक दिया था. जब दलित महिला के पति सुभाष राम और पति के बड़े भाई रवि शंकर राम ने विरोध किया तो जातिवादी गुंडों ने उनकी पिटाई कर दी.
पिटाई के बाद दोनों घायल स्थानीय थाने में शिकायत करने गए लेकिन पुलिस ने शिकायत नहीं लिखी. इसके बाद पीड़ित छपरा पुलिस अधीक्षक के पास करने गए. पुलिस अधीक्षक ने दोनों पीड़ितों को रिविलगंज थाने जाने को कहा. जब दोनों छपरा से आ रहे थे तो रास्ते में रिविलगंज बाजार से दोनों को हथियार के बल पर किडनैप कर लिया गया. किडनैप कर के उन्हें बंद पड़े ईट के भट्टे पर ले जाकर हाथ-पैर बांधकर बेरहमी से पीटा गया. सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची तो, सभी फरार हो गये. गंभीर रूप से घायल हुए दोनों पीड़ितों को पुलिस ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया.
घायलों के बयान पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर लिया है. आरोपियो की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी भी की जा रही है. थानाध्यक्ष ने बताया कि पान खाकर थूकने का विवाद एक अक्टूबर से ही चल रहा है और इस मामले में पंचायती भी की गई. लेकिन पंचायत में भी मामला नहीं सुलझ पाया. इसके बाद विवाद और बढ़ गया. वार्ड सदस्य बबिता देवी का कहना है कि दलित होने के कारण जातिवादियों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है.
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