रांची। आज आदिवासियों के भगवान कहे जाने वाले बिरसा मुंडा की जयंती है. इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज बिरसा मुंडा की जयंती पर उन्हें नमन किया है. रांची के बिरसा चौक पर राष्ट्रपति ने बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. वहीं, पीएम मोदी ने ट्वीट कर नमन किया.
स्वतंत्रता सेनानी और जननायक ‘धरती आबा’ बिरसा मुण्डा को उनकी जयंती पर सादरांजलि; आज के दिन झारखण्ड की यात्रा करना मेरे लिए ख़ुशी की बात है — राष्ट्रपति कोविन्द
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 15, 2017
सीएम ने कोकर स्थित बिरसा मुंडा की समाधि पर माल्यार्पण किया. इसके बाद रघुवर दास ने बिरसा चौक रेलवे ओवर ब्रीज का उद्घाटन किया. वहीं, खूंटी के छात्रों ने बिरसा जयंती के अवसर पर प्रभात फेरी निकाली. प्रभात फेरी बिरसा कॉलेज से लेकर पिपराटोली चौक तक निकाली गई. प्रभात फैरी की शुरुआत बिरसा कॉलेज स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर की गई.
I bow to Bhagwan Birsa Munda on his Jayanti. His indomitable courage is a source of motivation. pic.twitter.com/LtIc1VOyG7
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2017
15 नवंबर, 1875 को झारखंड के आदिवासी दंपति सुगना और करमी के घर जन्मे बिरसा मुंडा ने साहस की स्याही से पुरुषार्थ के पृष्ठों पर शौर्य की शब्दावली रची. बिरसा मुंडा सही मायने में पराक्रम और सामाजिक जागरण के धरातल पर तत्कालीन युग के एकलव्य और स्वामी विवेकानंद थे. ब्रिटिश हुकूमत ने इसे खतरे का संकेत समझकर बिरसा मुंडा को गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया. वहां अंग्रेजों ने उन्हें धीमा जहर दिया था. जिस कारण वे 9 जून 1900 को शहीद हो गए. बिरसा मुंडा की गणना महान देशभक्तों और आदिवासियों के भगवान के रूप में की जाती है.
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