नई दिल्ली। गुजरात में ऊना में दलितों की पिटाई कथित गोरक्षकों द्वारा किए जाने को लेकर राजनीति अपने शबाब पर है. दलित हिंसा को लेकर अब केन्द्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी में ही दो फाड़ नजर आऩे लगे है, खुद पार्टी में परस्पर विरोधी स्वर सुनाई देने लगे हैं. उना की दलित हिंसा पर तेलंगाना से भाजपा विधायक टी. राजा सिंह ने जायज ठहराया तो दिल्ली से भाजपा सांसद उदित राज ने टी. राजा पर उनके बयान के लिए कार्रवाई करने की मांग करते हुए पार्टी से बाहर निकालने की वकालत कर दी है.
दलितों की पिटाई का समर्थन
टी. राजा सिंह ने अपने फेसबुक के पोस्ट वीडियो में कहा कि ऊना में दलितों की पिटाई ठीक की गई। उन्होंने कहा कि जब तक गोमाता को राष्ट्र माता का दर्जा न दिला दें, वह खामोश नहीं बैठेंगे. राजा सिंह ने कहा कि जो भी दलित गोमांस खाते हैं, गायों को मारते हैं उनको इसी तरह से पीटा जाएगा। राजा ने ये भी कहा कि कुछ दलित ऐसे भी हैं जो गोरक्षा करते हैं. राजा ने कहा कि गोमांस खाने वाले दलितों की वजह से देशभक्त दलितों का नाम खराब हो रहा है. उन्होंने ये भी सवाल किया कि क्या गोमांस खाना जरूरी है. ऊना वाले मामले पर उन्होंने कहा कि जो दलित गायों को ले जा रहे थे, उनके साथ जो हुआ ठीक हुआ.
राजा सिंह ने कहा कि ””जिन्होंने दलितों की पिटाई की, मैं उनका समर्थन करता हूं, जिन्होंने अपने बल पर अच्छे से अच्छा सबक सिखाया.”” राजा ने दलितों के अलावा समाज के हर वर्ग को धमकी दी कि ””जो भी गोहत्या करेगा, उसे ऐसे ही सबक सिखाया जाएगा.”” राजा ने गोरक्षकों से कहा कि डरिए मत, धर्म कार्य, देश कार्य, गौ कार्य में कठिनाई आती है.
सांसद ने कहा- करो पार्टी से बाहर
बीजेपी सांसद उदित राज ने कहा कि ये बहुत ही निंदनीय घटना है. दलितों की कीमत जानवरों से भी कम है. ऐसे मे सवर्ण समाज क्यों नहीं सामने आता है. हम मांग करेंगे कि उन्हें निकाला जाना चाहिए. उन्होंने जो कहा वो गलत है.
पार्टी ने इस बयान से पल्ला झाड़ लिया है
पार्टी ने इस बयान से पल्ला झाड़ लिया है. इससे पहले बीजेपी के सभी बड़े नेताओं ने इस घटना का खंडन किया है. गुजरात की मुख्यमंत्री भी घटना में घायलों से मुलाकात कर चुकी हैं. इस मामले में सियासत काफी गरमाई हुई है. कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल भी उना का दौरा कर चुके हैं. अब यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती भी उना जाने की तैयारी में हैं.
इस बयान ने मामले को और गरमा दिया है
इस बीच बीजेपी के विधायक के इस बयान ने मामले को और गरमा दिया है. विधायक राजा सिंह ने कहा है कि गोमांस ले जा रहे दलित लोगों की पिटाई जायज थी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कई दलित भाई उनके साथ गोरक्षा के काम में कंधे से कंधा मिलाकर चलते हैं. यही नहीं राजा सिंह ने यह भी कहा कि वे गोरक्षा के लिए हर प्रयास करेंगे.
अठावले ने दलितों पर हमले की निंदा की थी
इतना ही नहीं राजा सिंह ने उन लोगों की भी निंदा की जो उना में दलितों की पिटाई की आलोचना कर रहे हैं. गौरतलब है कि पिछले ही सप्ताह केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास अठावले ने दलितों पर हमले की निंदा की थी. उन्होंने कहा था कि पीड़ित मरी हुई गाय की खाल निकालने के प्रयास में थे. उनपर हमला गलत था.
विधायक से लिखित जवाब भी मांगा जाएगा
इस बीच राजा सिंह के बयान के बाद प्रदेश बीजेपी की ओर से पल्ला झाड़ने के साथ ही कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए गए हैं. प्रदेश भाजपा के पदाधिकारी के अनुसार इस बारे में जांच की जाएगी और जरूरी हुआ तो विधायक से लिखित जवाब भी मांगा जाएगा.
गौरतलब है कि गुजरात के ऊना में कुछ दलित युवकों को इसलिए पीटा गया क्योंकि उन पर गोहत्या का शक था. गुजरात सहित पूरे देश में दलित इस पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद गुस्से में हैं. लेकिन तेलंगाना से बीजेपी के विधायक टी राजा सिंह ने आग में घी डालते हुए कहा है कि जो भी गाय को मारेगा, उसे उना के दलितों की तरह ही पीटा जाएगा. टी राजा ने कहा कि हम ऐसे लोगों को अपने हाथों से सबक सिखाएंगे. उन्होंने कहा कि वो खुद गौ-रक्षा के लिए खुद काम करते हैं.
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