अहमदाबाद। ईवीएम छेड़छाड़ की शिकायतों के बीच गुजरात चुनाव का पहला फेज 9 दिसंबर को समाप्त हो चुका है. बाकी बचे 93 विधानसभा सीटों के लिए 14 दिसंबर को चुनाव होने हैं. अभी तक मिल रही रिपोर्ट से यह साफ है कि गुजरात में मुकाबला काफी कड़ा होने जा रहा है. इस बीच सोमवार को चुनाव आयोग ने राहुल गांधी और हार्दिक पटेल को रोड शो की इजाजत नहीं दी.
तो दूसरी ओर भाजपा ने राहुल गांधी और कांग्रेस को घेरने के लिए अपनी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति को तेज कर दिया है. अहमदाबाद में शनिवार को अचानक सामने आया पोस्टर भाजपा की इस राजनीति को दिखा रहा है, जिसमें राहुल गांधी की सलमान निजामी नाम के एक युवक के साथ तस्वीर है. निजामी को संसद पर हमला करने वाले अफलज गुरू का समर्थक माना जाता है. इस फोटो का सहारा लेकर भाजपा ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को घेरने की कोशिश की है.
पोस्टर पर लिखा गया है कि “अफजल का जो यार है वो देश का गद्दार है”. दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने पार्टी में सलमान निजामी नाम के किसी नेता या कार्यकर्ता के होने से इंकार किया है.
असल में चुनाव में खुद को पिछड़ता देख भाजपा ने विकास की बजाय अपनी हिन्दुवादी रणनीति पर काम करना तेज कर दिया है. चुनाव के पहले जहां भाजपा नोटबंदी, जीएसटी और गुजरात के विकास को चुनाव का मुद्दा बना रही थी तो वहीं पहले चरण के चुनाव के ठीक पहले भाजपा ने इन मु्द्दों को छोड़कर ऐसे मुद्दे उठाने शुरू कर दिए जिससे हिन्दुओं को धर्म के नाम पर गोलबंद कर के उनका वोट हासिल किया जा सके.
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