नई दिल्ली। महिलाओं और बच्चियों के साथ बलात्कार की एक के बाद एक घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. उन्नाव और कठुआ रेप केस मामले में तो सीधे-सीधे कठघरे में भाजपा खड़ी है. इस मुद्दे पर भाजपा की खूब आलोचना भी हो रही है. गुरुवार की रात को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी लोगों की आवाज से आवाज मिलाते हुए इंडिया गेट पर पहुंच गए और कैंडल मार्च में हिस्सा लिया.
राहुल गांधी ने देश को झकझोर कर रख देने वाले इन आपराधिक मामलों पर सख्त कार्रवाई की मांग की और महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सिस्टम की असंवेदनशीलता पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने उन्नाव केस में बीजेपी सरकार को असंवेदनशील कहा तो पीएम मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए.
इंडिया गेट पर कैंडल मार्च की पटकथा भी राहुल गांधी ने खुद लिखी. राहुल गांधी ने नौ बजे के आस-पास ट्वीट कर कहा कि “इन घटनाओं पर लाखों भारतीयों की तरह मेरा दिल भी दुखी है. हम महिलाओं को इस हाल में नहीं छोड़ सकते. आइए शांति और इंसाफ के लिए इंडिया गेट पर कैंडल मार्च में हिस्सा लें.” राहुल की इस अपील पर आधी रात को इंडिया गेट पर युवाओं का हुजूम उमड़ पड़ा. इस दौरान प्रियंका गांधी अपने पति राबर्ट वाड्रा और बेटी के साथ पहुंची.
हाल के दिनों में राहुल गांधी ने अपनी राजनीति को तेजी से बदला है. गुजरात चुनाव के दौरान यह पहली बार खुलकर सामने आया, जब राहुल गांधी ने भाजपा के कट्टर हिन्दुत्व के बदले सॉफ्ट हिन्दुत्व का पैतरा अपनाया. राहुल गांधी लगातार मंदिरों में जाने लगे. इसका नतीजा सबके सामने है. गुजरात चुनाव में सारा जोर लगाने के बावजूद भाजपा मुश्किल से अपनी सरकार बना पाई.
इसी तरह पिछले दिनों संसद सत्र के दौरान राहुल गांधी अचानक भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के पास पहुंच गए थे और उनसे हाल चाल पूछा. इस घटना से अचानक पूरा सदन राहुल गांधी को देखने लगा.
एक अन्य घटना में 2 अप्रैल को एससी/एसटी एक्ट में बदलाव के खिलाफ जब दलित समाज सड़कों पर था, राहुल गांधी ने उनकी मांगों का समर्थन किया और कहा कि दलित युवा अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं उन्हें सलाम.
हालिया घटना की बात करे तो यूपी के उन्नाव में रेप के आरोपी बीजेपी विधायक पर एक्शन में देरी और पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद जब भाजपा सरकार निशाने पर थी, तो जम्मू के कठुआ में 8 साल की मासूम बच्ची के रेप फिर मर्डर के वीभत्स मामले पर देश भर में गुस्सा था. राहुल गांधी इस गुस्से को आवाज देने में सफल रहे. आखिरकार शुक्रवार को सुबह सीबीआई को आरोपी कुलदीप सेंगर को गिरफ्तार करना पड़ा.
राहुल गांधी की इस अचानक चली चाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चौंका दिया है. पीएम मोदी से लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह तक और संघ के नेता तक राहुल गांधी की इस रणनीति से परेशान हैं. गुरुवार की राजनीति ने राहुल गांधी को और गंभीर बना दिया है. और अब भाजपा नेताओं द्वारा उन्हें राजनीति का कच्चा खिलाड़ी समझ पर घेरना आसान नहीं होगा.
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