भाजपा का एक नेता है। नाम है रुद्र प्रताप सिंह। इसी रुद्र प्रताप सिंह ने यूपी की चार बार की मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती पर जातिवादी टिप्पणी की है। घटना 17 अक्टूबर की है। झांसी जिले के टहरौली क्षेत्र में इस दिन दशहरा मिलन समारोह के दौरान भाजपा नेता ने पूर्व सीएम सुश्री मायावती को लेकर जातिसूचक टिप्पणी की थी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में रुद्र प्रताप सिंह कह रहा है कि न वो मीडिया से डरता हैं, न मीडिया के पिता जी से। उसका कहना है कि हमारी आदत है बोलने की। लिख देना, जो तुम्हे लिखना हो। चैलेन्ज है हमारा। हम पर बहुत मुकदमे हैं। वह सरकार और प्रशासन से डरना तो दूर, उन्हें सीधी चुनौती देता है। मंच से कहता है कि हमने चौराहे पर दारोगा को मारा था। हमारी आदत खराब है।
वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि इतनी बात कहने के बाद बसपा के शासन काल के बारे में बोलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ जातिसूचक आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहा है। इसके बाद आक्रोशित बसपा कार्यकर्ताओं ने उसके खिलाफ केस दर्ज कराया है। मुकदमा बसपा जिलाध्यक्ष अमित वर्मा की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। डीएम को दिए ज्ञापन में नामजद किए गए आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी करने की मांग की गई है। बसपा कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन में कहा कि यदि नामजद किए गए व्यक्ति की जल्द गिरफ्तारी नहीं की गई तो वे सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
अब देखना होगा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार और पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। एक पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ जातिवादी टिप्पणी के मामले में उसे जेल भेजा जाता है, या फिर उसका कहना सही है कि वह किसी से नहीं डरता। क्योंकि खबर के मुताबिक इस पूरी घटना का वीडियो साक्ष्य मौजूद है। तो अगर एक पूर्व मुख्यमंत्री और एक राष्ट्रीय पार्टी की अध्यक्ष के मामले में पुलिस कड़ा कदम नहीं उठाती तो समझा जा सकता है कि आम दलितों के मामले में पुलिसिया रवैया क्या रहता होगा।