नई दिल्ली। बात इसी साल मार्च महीने की है. उत्तर पूर्व दिल्ली के यमुना विहार में एक स्कूल का कार्यक्रम चल रहा था. गायक और अभिनेता के साथ फिलहाल राजनीति में सक्रिय मनोज तिवारी इस कार्यक्रम के अतिथि थे. जब तिवारी के बोलने की बारी आई तो कार्यक्रम का संचालन कर रही महिला शिक्षिका ने मनोज तिवारी को मंच पर आमंत्रित करते हुए उनसे गाने की फरमाइश कर डाली. शिक्षिका की यह फरमाइश सुनते ही मनोज तिवारी भड़क गए और उसे फटकारते हुए मंच से उतर जाने को कहा. तिवारी इस बात से खफा थे कि आखिर एक शिक्षिका ने एक सांसद से गाना गाने को कैसे कह दिया?
अब बड़े नेता बन चुके और दिल्ली में भाजपा के अध्यक्ष वही मनोज तिवारी एक बार फिर से गाने को लेकर चर्चा में हैं. गाने की बात पर एक महिला शिक्षिका को फटकार लगाने वाले तिवारी एक दूसरी महिला के लिए घुटने के बल बैठकर गाते दिखे. यहां न तो उनकी सांसदी आड़े आई और न ही एक सांसद की मर्यादा का ख्याल आया. उन्होंने शायद एक सांसद की तमाम मर्यादा को इसलिए ताक पर रख दिया क्योंकि सामने एक बड़ी फिल्म स्टार थी.
असल में अपनी फिल्म “जब हैरी मेट सेजल” के प्रोमोशन के लिए शाहरुख खान और अनुष्का शर्मा एक अगस्त को बनारस में थे. इस दौरान मनोज तिवारी ने अनुष्का शर्मा के कदमों में बैठ कर खूब गाने गाए. सवाल उठता है कि पांच महीने पहले ही एक महिला शिक्षिका को फटकारने, तमीज सिखाने, कार्रवाई करने और मंच से नीचे उतार देने वाले भाजपा के दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष और एक सांसद को बॉलीवुड की हीरोइन के सामने घुटने पर बैठकर गाते हुए अपनी मर्यादा क्यों याद नहीं आई?

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