नई दिल्ली। अपने पिछले कई बार के इतिहास की तरह भारतीय जनता पार्टी ने इस बार भी कांग्रेस का घोषणापत्र जारी होने के कुछ दिन बाद अपना घोषणा पत्र सोमवार 8 अप्रैल को जारी कर दिया. घोषणा पत्र में भाजपा की नजर मध्यम वर्ग पर है, तो वहीं पार्टी राम और राष्ट्रवाद के जरिए पार्टी एक बार फिर सत्ता में आने का मौका मांग रही है. बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया है कि 2019 में सरकार के आने पर वह इनकम टैक्स के स्लैब में बदलाव करेगी. ऐसी घोषणा कर पार्टी ने मध्यम वर्ग को अपने पाले में खिंचने की कोशिश की है. घोषणा पत्र का नाम भाजपा ने संकल्प पत्र रखा है.
कांग्रेस के घोषणा पत्र जारी करने के बाद भी भाजपा के बड़े नेताओं ने कहा था कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में मध्यम वर्ग की अनदेखी की गई है. मध्यम वर्ग के अलावा भाजपा एक बार फिर अपने पसंदीदा एजेंडे राम मंदिर और राष्ट्रवाद को सामने लेकर आई है. घोषणा पत्र में कहा गया है कि राष्ट्रवाद के प्रति प्रतिबद्धता है और आतंकवाद के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति है. जब तक आतंकवाद समाप्त नहीं होगा यह नीति जारी रहेगी. वहीं राम मंदिर पर सभी संभावनाओं की तलाश करने की बात कही गई है और जल्द-से-जल्द सौहार्दपूर्ण वातावरण में मंदिर निर्माण की कोशिश की जाएगी. घोषणा पत्र जारी करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को सभी क्षेत्रों में मजबूत बनाने में ‘राष्ट्रवाद हमारी प्रेरणा, अन्त्योदय दर्शन और सुशासन मंत्र’ की तरह है.
पांच साल में ऐसे बदल गया भाजपा का कवर पेज, सभी गायब सिर्फ मोदी छाए
हालांकि इस दौरान पूरे कार्यक्रम के केंद्र में मोदी और अमित शाह रहे. घोषणा पत्र जारी करने के दौरान मंच पर मोदी और अमित शाह के साथ सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और राजनाथ सिंह के अलावा थावर चंद गहलोत और एक अन्य नेता मौजूद थे. एक और तो देखने को मिली, उसमें साल 2014 के घोषणा पत्र में जहां कवर पेज पर अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली आदि नेताओं की भी तस्वीर थी तो इस पर कवर पेज पर सिर्फ मोदी ही छाए रहे.