बेंगलुरू। भाजपा ने इतिहासकार रामचंद्र गुहा को नोटिस भेजकर ‘बिना शर्त माफी’ की मांग की है. भाजपा ने गुहा को यह नोटिस वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को संघ परिवार से जोड़ने के लिए भेजा है. नोटिस में कहा गया है कि गुहा ने आरएसएस और भाजपा को बदनाम करने के लिए जानबूझकर टिप्पणी की.
नोटिस में गुहा से कहा गया है, ‘’अगर उन्होंने अपने बयान पर तीन दिनों के भीतर बिना शर्त माफी नहीं मांगी, तो संगठन उनके खिलाफ सिविल और आपराधिक मुकदमा दायर करेगा.’’ रामचंद्र गुहा को ये नोटिस भाजपा के युवा संगठन की कर्नाटक इकाई की तरफ से भेजा गया है.
इसमें गुहा को उद्धृत करते हुए कहा गया है, “इसका पूरा अंदेशा है कि गौरी के हत्यारे उसी संघ परिवार से आते हैं जहां से डाभोलकर, पनसारे और कलबुर्गी के हत्यारे आए थे.” इस मामले पर गुहा ने भारतीय जनता युवा मोर्चा के नोटिस का जवाब ट्विटर पर दिया है. उन्होंने लिखा है, ‘’आज भारत में स्वतंत्र लेखकों और पत्रकारों का उत्पीड़न हो रहा है. उन्हें सताया जा रहा है. यहां तक कि उनकी हत्या की जा रही है. लेकिन हम खामोश नहीं होंगे.’’
Atal Bihari Vajpayee said the answer to a book or article can only be another book or article. But we no longer live in Vajpayee’s India
— Ramachandra Guha (@Ram_Guha) September 11, 2017
इस विवाद के बीच गुहा ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि एक किताब या लेख का जवाब दूसरी किताब या लेख ही हो सकते हैं. लेकिन हम अब अटल के भारत में नहीं रह रहे.
इस नोटिस में गुहा की टिप्पणी को गलत और आधारहीन बताया गया है. कहा गया है कि गुहा के इन आरोपों से आरएसएस और भाजपा की छवि और प्रतिष्ठा को धूमिल करने की कोशिश की गई है.
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