उत्तर प्रदेश में ठाकुरवाद का आंतक अपने चरम पर है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ठाकुर बिरादरी से होने के कारण प्रदेश का हर ठाकुर खुद को सीएम समझने लगा है. आतंक का आलम यह है कि दलितों और पिछड़ों की कौन कहे योगीराज में ब्राह्मणों की भी खैर नहीं है.
सीएम योगी के करीबी डुमरियागंज से विधायक और हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी राघवेंद्र प्रताप सिंह के भाई जगदंबा सिंह का एक कथित आडियो वायरल हुआ है. इस आडियो में खुद को राघवेंद्र प्रताप सिंह का भाई बताने वाला जगदंबा सिंह एक ब्राह्मण कारोबारी को धमकी दे रहा है और अपने भाई को सीएम योगी के बाद असली डिप्टी सीएम बता रहा है. उसके हौंसले इतने बढ़े हुए हैं कि उसे न तो डीएम की फिक्र है न कानून व्यवस्था का डर. वह साफ-साफ कह रहा है कि डीएम हमसे है, हम डीएम से नहीं.
यूपी में ठाकुरवाद का आतंक, ब्राह्मणों की भी खैर नहींYOUTUBE LINK
असल में मामला एक शराब की दुकान से जुड़ा हुआ है. ऑडियो क्लिप के मुताबिक शराब करोबारी भवानी शुक्ल ने विधायक के पैतृक गांव भानपुर तहसील के भिरिया गांव में शराब के दुकान के लाइसेंस के लिए आवेदन दिया था. उसे लाइसेंस मिल भी गया. अब यही लाइसेंस उसके लिए मुसीबत बन गया है. योगी के करीबी विधायक का भाई भिरिया गांव में भवानी शुक्ला की शराब की दुकान नहीं खुलने दे रहा है. और ठाकुर बहुल गांव में उसके आतंक से गांव का कोई भी व्यक्ति भवानी शुक्ला को दुकान किराये पर नहीं दे रहा है. भवानी शुक्ला विधायक के भाई से दुकान चलने देने के लिए गिड़गिड़ा रहा है, लेकिन बाहुबली गुंडागर्दी में हंस रहा है.
पिछले फाइनेंसियल इयर में यह लाइसेंस विधायक से जुड़े लोगों के पास था. इस साल यह भवानी शुक्ला को मिल गया है, जिससे विधायक खेमा खार खाए हुए है. उसने अपने गांव में यह घेराबंदी कर दी है कि कोई भी पंडित को दुकान न दे, जिससे वह अपनी दुकान वहां चला नहीं पाएंगे.
मामले का एक रोचक पहलू यह भी है कि यूपी में ठाकुरवाद से परेशान ब्राह्मण कारोबारी विधायक के भाई के सामने गिड़गिड़ा रहा है और कह रहा है कि वह भी ठाकुर बन जाएगा क्योंकि योगी राज में ब्राह्मणों को तो वो जीने नहीं देंगे.
पीड़ित भवानी शुक्ला इतना डरा है कि सामने आकर कुछ भी कहने से बच रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. लेकिन इस पूरे मामले में ठाकुरवाद के कब्जे में कराह रहे यूपी सरकार की कलई खुल गई है. मोदी-योगी के गला फाड़ू नारे लगाने वाले ब्राह्मणों ने भी यह नहीं सोचा होगा कि भाजपा राज में उनकी यह हालत हो जाएगी.

राज कुमार साल 2020 से मीडिया में सक्रिय हैं। उत्तर प्रदेश की राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखते हैं।