25 दिसंबर को जब देश के तमाम हिस्सों में बहुजनों द्वारा मनुवाद को पोसने वाली ‘मनुस्मृति’ की होली जलाई जा रही थी, हैदराबाद में एक ऐसा टूर्नामेंट हो रहा था, जो सिर्फ ब्राह्मणों के लिए था। हैदराबाद के नागोल में 25-26 दिसंबर को एक क्रिकेट टूर्नामेंट खेला गया, जिसमें सिर्फ उन्हीं को खेलने की अनुमति थी, जो ब्राह्मण जाति के थे।
खास बात यह है कि खेलने वाले खिलाड़ियों को अपना आईडी प्रूफ लेकर आने को कहा गया था। टूर्नामेंट के पोस्टर में साफ लिखा गया था कि इसमें सिर्फ ब्राह्मण खिलाड़ियों को ही खेलने की अनुमति होगी। क्रिकेट टूर्नामेंट का पोस्टर सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर बहस का दौर जारी है। सवाल पूछा जा रहा है कि जब भारत में जाति के आधार पर भेदभाव प्रतिबंधित है, ऐसे में किसी जाति विशेष के टूर्नामेंट को स्थानीय प्रशासन ने कैसे अनुमति दे दी। बड़ा सवाल हैदराबाद के प्रशासन पर भी उठ रहा है।
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