भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर शिकंजा कस गया है। इस मामले में एक अंतरराष्ट्रीय कुश्ती रेफरी जगबीर सिंह समेत चार लोगों के बृज भूषण सिंह के खिलाफ गवाही के बाद बृजभूषण बुरी तरह घिर गए हैं। तो दूसरी ओर महिला पहलवानों के समर्थन में लगातार आम लोगों और खाप की गुटबंदी के बाद अब सरकार भी बृजभूषण के पीछे से हाथ खिंचती दिख रही है। यही वजह है कि दिल्ली पुलिस और एसआईटी ने बृजभूषण के खिलाफ जांच में तेजी कर दी है।
इस मामले में एसआईटी ने 200 से ज्यादा लोगों से सवाल-जवाब किया है। जिसमें रोज नई बातें निकल कर सामने आ रही हैं। इंटरनेशनल रेफरी जगबीर सिंह ने बृजभूषण का महिला पहलवानों के साथ गलत व्यवहार के मामले में भी गवाही दी है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि बृजभूषण ने नशे की हालत में महिला पहलवान के साथ अभद्र व्यवहार किया था। उस दिन कुछ तो गलत हुआ था। बृजभूषण और महिला पहलवान बगल में खड़े थे। वह असहज दिख रही थी। उसने धक्का भी दिया। कुछ बोली और फिर वहां से निकल गई। बृजभूषण पहलवानों को हाथ से छूकर बोल रहे थे कि इधर आ जा, यहां खड़ी हो जा।
इंटरनेशनल रेफरी जगबीर सिंह के मुताबिक, ‘उन्होंने पहली बार 2013 में बृजभूषण को महिला खिलाड़ियों के साथ गलत व्यवहार करते देखा था।‘ जगबीर के मुताबिक, ‘ये थाइलैंड का टूर था, जहां उन्होंने बृजभूषण को महिला के पीछे खड़े देखा। बृजभूषण ने महिला पहलवान को अभद्र तरीके से छुआ था।‘
जगबीर सिंह के अलावा एक राज्य स्तरीय कोच और कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता रेसलर ने भी बृजभूषण के खिलाफ बयान दिया है। इन लोगों ने तीन महिला पहलवानों के आरोपों की पुष्टि की है।
इन तमाम आरोपों के बाद दिल्ली पुलिस द्वारा क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए महिला पहलवान संगीता फोगाट को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ के दफ्तर और बृजभूषण सिंह के घर पहुंचने की खबर है। बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ छह महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। इस मामले में पुलिस की जांच लगभग पूरी हो गई है। और 15 जून को पुलिस अपनी रिपोर्ट जारी करेगी।
सिद्धार्थ गौतम दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र हैं। पत्रकारिता और लेखन में रुचि रखने वाले सिद्धार्थ स्वतंत्र लेखन करते हैं। दिल्ली में विश्वविद्यायल स्तर के कई लेखन प्रतियोगिताओं के विजेता रहे हैं।