लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी के उत्तर प्रदेश के शीर्ष पदाधिकारियों की गुरुवार को महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में पार्टी ने प्रत्याशियों की सूची को अंतिम रूप दे दिया है. इस दौरान बसपा-सपा गठबंधन के जमीनी हकीकत की भी चर्चा की गई. कल 15 मार्च को बसपा संस्थापक मान्यवर कांशीराम की जयंती और फिर 14 अप्रैल को बाबासाहेब आम्बेडकर की जयंती को लेकर भी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है.
चुनाव को ध्यान में रखते हुए बसपा प्रमुख ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को दोनों महापुरुषों की जयंतियों को शालीनता से घर पर ही मनाये जाने का निर्देश दिया गया. बैठक के बाद जारी बयान में बसपा प्रमुख की ओर से कहा गया है कि फिलहाल तन, मन, धन से चुनाव जीतने की तैयारी जरूरी है, ताकि उनकी चाह के अनुसार सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त की जा सके.
अपने बयान में भाजपा पर निशाना साधते हुए बसपा प्रमुख ने कहा है कि बीजेपी की वर्तमान केन्द्र सरकार वास्तव में झूठे वायदों व वादाखिलाफी की सरताज निकली. इन्होंने हर प्रकार से केवल अपने ही अच्छे दिन लाने के प्रयास किये जबकि देश की 130 करोड़ आमजनता ज़बर्दस्त महंगाई, ग़रीबी, बढ़ती बेरोज़गारी आदि की मार से बुरी तरह से जुझती रही है.
बैठक में सुश्री मायावती ने पार्टी सदस्यों को सावधान किया कि सत्ताधारी बीजेपी केवल जातिवादी, साम्प्रदायिक व गरीब, मजदूर व किसान विरोधी पार्टी ही नहीं है बल्कि साम, दाम, दण्ड, भेद आदि अनेकों हथकण्डों आदि का इस्तेमाल करके चुनाव जीतने में विश्वास रखती है. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को सावधान रहने के निर्देश दिए. बसपा प्रमुख ने ई.वी.एम. पर भी खास ध्यान रखने की बात कही.
फिलहाल बहुजन समाज पार्टी चुनावी तैयारियों के अपने आखिरी चरण में है. और प्रत्याशियों की सूची जारी होते ही बसपा भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोलने को तैयार है.