लखनऊ। 2019 की तैयारियों में व्यस्त बहुजन समाज पार्टी ने अपने नेताओं के लिए एक नया फरमान जारी किया है. पार्टी ने अपने फरमान में कहा है कि बसपा का कोई भी प्रत्याशी या नेता होर्डिंग्स या बैनर में पार्टी अध्यक्ष मायावती के बराबर फोटो नहीं लगा सकेगा. पार्टी की ओर से जारी निर्देश में यह भी कहा गया है कि बसपा के किसी भी प्रत्याशी या नेता को अब होर्डिंग लगाने से पहले उसे बसपा प्रभारियों को दिखाना होगा और उनकी सहमति लेनी होगी.
पार्टी अध्यक्ष सुश्री मायावती के निर्देश पर मंगलवार को प्रदेश के सभी मंडलों में नवनियुक्त मंडल-जोन इंचार्जों ने एक बैठक कर पार्टी अध्यक्ष का यह नया आदेश सबको सुना दिया. दरअसल ऐसा पार्टी से जुड़े नए नेताओं को पार्टी के निर्देश बताने के तहत किया गया है.
पार्टी के पुराने नेताओं को तो बसपा के नियम कानून और होर्डिंग-बैनर लगाने का तौर-तरीका पता है, लेकिन चुनाव के मौके पर तमाम जगह समर्थक और पार्टी में आए नए नेता अपने हिसाब से होर्डिंग्स में महापुरुषों और बसपा अध्यक्ष के बराबर या उनसे भी बड़ी अपनी फोटो लगा देते हैं, जिनको समझाने के लिए यह बैठक आयोजित किया गया था. इस बैठक में यह भी तय किया गया कि कोई भी नेता पार्टी की मुखिया मायावती के सामने उनके बराबर या बड़ी फोटो नहीं लगा सकेगा. पार्टी का साफ निर्देश है कि पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के सामने सिर्फ पार्टी संस्थापक मान्यवर कांशीराम या फिर पार्टी के चुनाव चिन्ह हाथी की तस्वीर ही लगाई जा सकती है.
पार्टी की ओर से जारी दिशा-निर्देश में कहा गया कि बैनर-होर्डिंग्स के ऊपरी हिस्से पर महापुरुषों की फोटो लगेगी और नीचे की तरफ होर्डिंग्स लगवाने वाले की तस्वीर होगी. दरअसल चुनाव के दौरान होर्डिंग्स की अपनी राजनीति होती है. चुनाव के मौके पर तमाम छुटभैये नेता या प्रत्याशी खुद को पार्टी के शीर्ष नेताओं से अपनी करीबी दिखाने के लिए उनकी फोटो के साथ बड़ी-बड़ी होर्डिंग्स लगा कर उसे प्रचारित करते हैं. कार्यकर्ताओं को इन बैनर और होर्डिंग्स से भ्रम न हो, इसलिए बसपा ने इस तरह का निर्देश जारी कर दिया है. साथ ही बहुजन समाज के महापुरुषों की तस्वीर सबसे ऊपर रखने का निर्देश जारी कर बसपा ने साफ कर दिया है कि भले ही उसके टिकट पर कोई भी चुनाव लड़े बहुजन समाज के महापुरुषों का सम्मान पार्टी में सबसे ऊपर है.