लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने गौरी लंकेश की हत्या को साजिश बताया है. मायावती ने इस हत्या के साथ-साथ दाभोलकर, गोविन्द पंसारे और कलबुर्गी जैसे लेखकों व साहित्यकारों की हत्याओं की जांच एनआईए से कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले में निंदा के साथ-साथ गंभीरता भी दिखानी होगी.
गौरी लंकेश की हत्या की निंदा करते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा कि स्वतंत्र व निष्पक्ष विचारों वाले लेखकों, पत्रकारों व बुद्धिजीवियों की जिस प्रकार लगातार हत्या हो रही हैं और देशभर में विभिन्न प्रकार से अन्य लोगों को भी आतंकित किया जा रहा है उसकी गंभीरता को समझते हुये केन्द्र सरकार की एनआईए की जांच जरूरी है. क्योंकि प्रथम दृष्टया ये सभी मामले एक बड़ी साजिश का हिस्सा लगते हैं जिसके पीछे मजबूत लोगों का दिल, दिमाग व धन लगा हुआ है.
मायावती ने कहा कि इन हत्याओं के पीछे एक खास घातक पैटर्न पूरे देश को नजर आ रहा है, जैसा कि गोरक्षा, लव जिहाद, एण्टी-रोमियों, घर वापसी आदि मामलों में पूरे तौर पर स्पष्ट है. देशहित में इन मामलों के प्रति केन्द्र व राज्य सरकारों को गंभीरता दिखानी चाहिये जो कि अब तक कहीं भी देखने को नहीं मिला है.
मायावती ने कहा कि देश के लिये बड़ी चिन्ता की बात है. लोग देश भर में सड़कों पर निकलकर अपनी चिंताओं को प्रकट भी कर रहे हैं. अब सरकारों को अवश्य ही जाग जाना चाहिये. जिस प्रकार से केन्द्र की सरकार कश्मीरी नेताओं की एनआईए से जांच करवा रही है, उसी प्रकार विभिन्न राज्यों में हो रही इस लोकतंत्र-विरोधी हत्याओं व इससे जुड़ी आतंकी घटनाओं की भी जांच एनआईए से होनी चाहिए.

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