लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी एसटी आरक्षण के आधार पर सरकारी कर्माचारियों को प्रमोशन देने पर फैसला सुनाया है. इस फैसले का बसपा सुप्रीमो मायावती ने स्वागत किया लेकिन भाजपा सरकार पर मायावती ने कड़े रूख इख्तेयार किए. मायावती का कहना है कि भाजपा केवल सस्ती पब्लिसिटी के लिए काम करती है.
मुँह में राम बगल में छुरी…
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बुधवार को मायावती ने कहा कि एसससी/एसटी वर्गों के प्रति बीजेपी सरकार जातिवादी रवैया त्यागे और सुप्रीम कोर्ट के ताज़ा निर्णय के बाद केन्द्र व राज्य सरकारें अपने पिछले तमाम निर्णयों की समीक्षा करे तथा इन वर्गों के कर्मचारियों पर हुये अन्यायों को दुरुस्त करने के साथ-साथ उन्हें अभियान चलाकर प्रोन्नति में आरक्षण की संवैधानिक व्यवस्था का लाभ दे. पहले कांग्रेस व अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ‘‘प्रोन्नति में आरक्षण‘‘ के मुद्दे पर भी अपना जातिवादी रवैया त्यागने को तैयार नहीं लगती है. बीजेपी सरकार व कांग्रेस पार्टी केवल सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने वाली दिखावटी सहानुभूति व काम करने का आरोप लगाते हुये मायावती ने कहा कि ख़ासकर एसससी/एसटी व ओबीसी वर्गो के हित व कल्याण के लिये ठोस काम करने के मामले में इनकी सरकारों का रिकार्ड ज़ीरों ही रहा है. इनकी नीति व कार्य प्रणाली मुँह में राम बगल में छुरी की तरह से ही है.
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