रांची। अपने क्षेत्र के जपला सीमेंट फैक्ट्री को फिर से चालू कराने और एससी,एसटी, ओबीसी की आरक्षण सीमा को 50 सीसदी से 73 फीसदी करने की मांग के साथ विधायक ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है. पलामू के हुसैनाबाद के बसपा विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता मंगलवार से अपनी इन दोनों मांगों के साथ आमरण अनशन पर बैठे हैं. विधायक का आरोप है कि पूर्व में उनके द्वारा जपला सीमेंट फैक्ट्री को फिर चालू कराने की मांग की गई थी. इसपर सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सदन में उन्हें आश्वासन दिया था. यहां तक की मुंख्यमंत्री ने एक मंच से भी सीमेंट फैक्ट्री को शुरू कराने की बात कही थी. बावजूद इसके आश्वासन के एक साल बीत जाने के बाद भी कोई काम नहीं हुआ.
अपनी मांग के साथ विधायक मंगलवार को अनशन पर बैठ गए. इसके बाद सीएम रधुवर दास विधायक से मिलने अनशन स्थल पहुंचे और जपला सीमेंट फैक्ट्री को शीघ्र ही शुरू कराने का आश्वासन देते हुए अनशन तोड़ने का आग्रह किया, जिसे विधायक ने अस्वीकार कर दिया. बसपा विधायक मेहता का कहना है कि जबतक उनकी मांगों पर सरकार कार्रवाई नहीं करती तब तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा.
इस बीच विधायक को बुधवार को विधानसभा से एंबुलेंस में बैठाकर राजेंन्द्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेंडिकल साइंस (रिम्स) में भर्ती कराया गया. रिम्स पहुंचने के बाद भी वह एंबुलेंस में ही अनशन पर बैठे रहे. रिम्स में चिकित्सकीय जांच कराने के लिए अस्पताल के अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने काफी प्रयास किया, लेकिन उन्होंने अस्पताल में भर्ती होने से साफ मना कर दिया और एंबुलेंस से नीचे नहीं उतरे. हालांकि इसके बाद इमरजेंसी में उनकी जांच की गई और उन्हें 13 नंबर कॉटेज में भर्ती कर लिया गया.
गौरतलब है कि जपला सीमेंट फैक्ट्री 1990 से बंद पड़ा है. अलग राज्य के रूप में झारखंड के गठन के बाद स्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि यह फैक्ट्री फिर से शुरू हो जाएगी और उन्हें रोजगार मिलेगा. लेकिन राज्य गठन के 18 साल बीत जाने के बाद भी किसी सरकार ने उस ओर ध्यान नहीं दिया.
रणजीत कुमार
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