अयोध्या। पूर्वांचल के सबसे बड़े महाविद्यालय और भाजपा एवं संघ की रामनगरी अयोध्या में बहुजन समाज पार्टी समर्थित बहुजन छात्र दल ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर कब्जा कर प्रदेश की राजनीति में सबको चौंका दिया है. के. एस साकेत पीजी कॉलेज, अयोध्या में हुए छात्र संघ चुनाव में बहुजन छात्र दल ने प्रमुख दोनों पद जीत लिए. अध्यक्ष पद पर राजेश वर्मा ने जीत हासिल की है. उन्होंने समाजवादी छात्र सभा की नेहा कुमारी को हराया, जबकि मनोज कुमार ने उपाध्यक्ष पद जीता.
बहुजन समाज के इस छात्र संगठन की इस जीत और संघ और भाजपा के छात्र संगठन की हार को उत्तर प्रदेश की राजनीति में बसपा के बढ़ते प्रभाव और भाजपा के गिरते ग्राफ के रूप में भी देखा जा रहा है. इस चुनाव में मजेदार बात यह रही की चुनाव परिणाम घोषित होने के वक्त भाजपा के नेता जीत की उम्मीद लिए कॉलेज में पहुंच गए थे, लेकिन हार के बाद उन्हें बड़ा झटका लगा और वो निराश हो बैरंग लौट गए. इस जीत में बसपा के फैजाबाद के जोन कोर्डिनेटर मोहम्मद असद ने काफी मेहनत की थी. वो लगातार छात्रों के संपर्क में रहे और उन्हें बेहतर तरीके से चुनाव लड़ने की रणनीति बनाने में भी मदद की.
इस चुनाव की खास बात यह भी रही कि बहुजन छात्र दल ने यह सीट एबीवीपी के कब्जे से छीन ली है. गौरतलब है कि इस साल तमाम विश्वविद्यालयों के छात्र संघ चुनाव में आरएसएस-भाजपा के छात्र संगठन एबीवीपी को लगातार हार मिली है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय, काशी विद्यापीठ, वाराणसी और मेरठ के कॉलेजों में हुए छात्रसंघ चुनाव में एबीवीपी को हार का सामना करना पड़ा है. तो वहीं जेएनयू, दिल्ली विश्वविद्यालय और यहां तक की गुजरात सेंट्रल युनिवर्सिटी में भी एबीवीपी को पराजय झेलना पड़ा था.
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राज कुमार साल 2020 से मीडिया में सक्रिय हैं। उत्तर प्रदेश की राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखते हैं।