नई दिल्ली। केंद्र सरकार की कोशिश है कि ग्राहक पेट्रोल और डीजल को ऑनलाइन ऑर्डर करे और उसे घर पर ही इसकी आपूर्ति हो सके. बुधवार को पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस में इस बात की जानकारी दी.
प्रधान ने भरोसा जताया कि सूचना तकनीकी और संचार क्षेत्र मे जिस तरह की प्रगति हुई है, उसके आधार पर ग्राहकों को सीधे घर पर पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति संभव हो सकेगी. बाद में उन्होंने ट्वीट करके भी इस जानकारी को साझा किया. होम डिलीवरी के लिए ई-कॉमर्स कंपनियों वाले फॉर्मेट का इस्तेमाल किया जा सकता है.
माना जा रहा है कि तेल कंपनियों ने पेट्रोल पंपों से पेट्रोल और डीजल को ग्राहकों के घर पर पहुंचाने के लिए एक फूल-प्रूफ ढांचा विकसित कर लिया है. पहले भी सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों ने कहा था कि वे बेहद सुरक्षित टैंकर बनाकर उसका इस्तेमाल ग्राहकों के घर पर डिलीवरी के लिए कर सकती हैं. यह एक तरह का मोबाइल पेट्रोल टैंकर होगा.
अगर सरकार यह सेवा शुरू करती है तो इसका सबसे बड़ा फायदा ग्राहकों के साथ ही कंपनियों को भी होगा. साथ ही पेट्रोल पंपों पर भीड़ खत्म की जा सकेगी. लेकिन इसके लिए केंद्र सरकार को कुछ कानूनी संशोधन भी करने होंगे. इसकी वजह यह है कि मौजूदा कानून के मुताबिक घर पर पेट्रोल व डीजल जैसे ज्वलनशीन पदार्थों की आपूर्ति नहीं की जा सकती. इससे सार्वजनिक संपत्ति और जान को खतरा उत्पन्न हो सकता है.
तेल मंत्रालय के तहत ही काम करने वाले पेट्रोलियम एंड सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन (पीएसओ) ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था. सूत्रों का कहना है कि देश की दिग्गज पेट्रोलियम मार्केटिंग कंपनी इंडियन ऑइल ने इस बारे में पीएसओ से बात की है. कंपनी ने सुरक्षा चिंताओं को काफी हद तक दूर कर लिया है. हो सकता है कि शुरुआत में सिर्फ डीजल की आपूर्ति की जाए, क्योंकि यह पेट्रोल के मुकाबले कम ज्वलनशील होता है.
Reporter/Jr. Sub Editor