उम्मीद है कि राजस्थान में इंद्र मेघवाल का मुद्दा दलित समाज के लोग भूले नहीं होंगे, जहां एक सवर्ण शिक्षक का मटका छूने के कारण इंद्र मेघवाल को शिक्षक ने ऐसा पीटा कि कुछ दिनों बाद इस बच्चे की मौत हो गई थी।
ऐसा ही एक और शर्मनाक मामला फिर से राजस्थान के ही भरतपुर से सामने आया है। जिले के भीमनगर स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक ने 7वीं कक्षा के दलित छात्र को बेरहमी से महज इसलिए पीट दिया कि छात्र ने टंकी में पानी नहीं होने पर स्कूल में स्टॉफ के लिए रखे वॉटर कैंपर से पानी पी लिया। पीड़ित छात्र के भाई रनसिंह ने शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
भीमनगर पहरिया अंबेडकर कॉलोनी निवासी पीड़ित छात्र रविंद्र जाटव ने बताया कि वह भीमनगर के सरकारी स्कूल में 7वीं कक्षा का छात्र है। शुक्रवार 8 सितंबर को रोजाना की तरह उसने और अन्य बच्चों ने कक्षा कक्ष की सफाई की थी। प्रार्थना के बाद पानी पीने के कैंपर आ गए थे। प्यास लगने पर वह टंकी पर गया, लेकिन उसमें पानी नहीं था।
इस पर उसने दो अन्य छात्रों को देखकर स्कूल स्टॉफ के लिए रखे कैंपर से बोतल में पानी भरकर पी लिया। स्कूल के सर गंगाराम गुर्जर नाराज हो गए। उन्होंने कक्षा में तीनों बच्चों को खड़ा कर दिया। लेकिन सर ने अपने सजातीय दोनों बच्चों को तो बिठा दिया और उसकी डंडे और घूंसों से पिटाई कर दी।
इस घटना के बाद दलित समाज के स्थानीय लोगों ने हाईवे रोक दिया और इंसाफ कि मांग की। हालांकि स्कूल प्रशासन अब अपने बचाव में मामले की लीपापोती में जुटा है। आए दिन दलित समाज के छात्रों के साथ स्कूल में हो रहे इस तरह के जातिवाद समाज की जातिवादी सोच की कलई खोलने के लिए काफी है।