अमेठी। अमेठी के पूरे जोरई गांव में ग्राम प्रधान ने एक दलित परिवार का घर जला दिया. दलित परिवार को सरकारी जमीन मिलना प्रधान को नागवार गुजरा. जिसके कारण उसने दलित का घर आग के हवाले कर दिया. पीड़ित दलित की शिकायत पर पुलिस ने ग्राम प्रधान व उसके भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. चौकी प्रभारी बृजभूषण पाठक ने मुकदमा दर्ज होने की पुष्टि करते हुए बताया कि विवेचना क्षेत्राधिकारी के सुपुर्द कर दी गयी है.
थाना शिवरतनगंज के पूरे जोरई निवासी शिव प्रसाद को गांव में स्थित सरकारी जमीन आबंटित हुई. जिसे खाली कराने के लिए ग्राम प्रधान सतीश यादव ने पैरवी की. सरकारी प्रशासन ने प्रधान की पैरवी में कोई रूचि नहीं दिखाई जोकि ग्राम प्रधान को रास नहीं आया. आरोप है कि प्रधान ने अपने भाई राकेश यादव के साथ मिलकर उसका घरसुपुर्दे खाक कर दिया. गरीब दलित परिवार का घर धू-धू कर जल उठा.
दैनिक जागरण के मुताबिक पीड़ित का आरोप है कि प्रधान के प्रभाव में किसी ने उसके घर में लगी आग को बुझाने तक का साहस नहीं किया. छह जून की शाम हुयी इस घटना की पुलिस ने अब तक रिपोर्ट तक दर्ज करना मुनासिब नहीं समझा. जबकि पीड़ित परिवार लगातार थाने के चक्कर काटता रहा. पीड़ित परिवार ने पुलिस पर अनसुनी का आरोप लगाते हुए उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई. जिसका नतीजा रहा कि एक महीने बाद पीड़ित परिवार को न्याय मिल सका. पुलिस ने पीड़ित शिव प्रसाद की पत्नी मातादेई की तहरीर पर प्रधान व उसके भाई को नामजद कर पड़ताल शुरू कर दी है. चौकी प्रभारी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच क्षेत्राधिकारी को सौप दी गई है.

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