उत्तर प्रदेश। भाजपा सरकार में दलित उत्पीड़न की घटनाऐँ जितनी तेजी से बढ़ रही हैं उस तरह का उत्पीड़न अन्य किसी सरकार में नहीं हुआ. एक ओर जहां सरकार स्वच्छता अभियान का खूब जमकर प्रचार कर रही है वहीं हाथ से मल उठवाने जैसी घटनाऐं सामने आ रही हैं.
अब वर्तमान घटना बुलंदशहर स्थित औरंगाबाद क्षेत्र के गांव बकौरा की है जहां शनिवार 8 जुलाई को दलित किशोरी को एक ठाकुर किसान के खेत में शौच जाना बहुत भारी पड़ गया. उस किसान ने किशोरी के हाथों से मल उठवाकर खेत से बाहर फिंकवाया और गंदी गंदी गालियां देकर डराया धमकाया.ड़की ने उसका विरोध किया तो उसकी पिटाई की गई, जिसमें किशोरी के कपड़े फट गए और कई जगह खरोंचे भी आयी .
पुलिस ने युवती और उसके परिजनों की शिकायत के पर उस युवक को हिरासत में ले लिया है. घटना के बाद से गांव की दोनों बिरादरियों में तनाव का माहौल है.
जानकारी के मुताबिक 16 वर्षीय दलित किशोरी सुबह करीब पांच बजे किसान के खेत में खुले में शौच गई थी. शौच करके वह ठाकुर किसान के खेत से बाहर निकल रही थी. तभी किसान ने उसको रोक लिया.
उसने किशोरी को डांट-फटकार लगाई और खेत से मल उठाकर बाहर फेंकने को कहा. मल उठाने से इंकार करने पर किसान का पारा चढ़ गया. पीड़ित किशोरी ने घर पहुंचकर परिजनों को जानकारी दी. इसकी सूचना यूपी-100 पर पुलिस को दी गई. पुलिस ने आरोपी किसान को हिरासत में ले लिया. पीड़िता ने आरोपी को नामजद कर तहरीर दी है. उधर, मामला पुलिस तक पहुंचने पर आरोपी पक्ष परिजनों पर फैसले को दबाव बनाने में जुटा है पर सवाल अब भी यही उठता है कि इस तरह के दलित उत्पीड़न की घटनाऐँ कब जाकर खत्म होंगी.

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