Wednesday, February 5, 2025

सम्पादकीय

मुस्लिम और पिछड़ों द्वारा उत्पीड़न को कैसे देखे दलित समाज?

''अपने भाई के सामने मैं गिड़गिड़ाती रही, मगर मेरा भाई रॉड से और दूसरा आदमी चाकू से मेरे पति नागराजू पर लगातार वार करते रहे। मेरे पति को कोई नहीं बचा पाया। हमने प्रेम विवाह किया था।" यह कहना है अपने पति की हत्या...

समाज को फिर से अंबेडकरवाद का पाठ पढ़ने की जरूरत

“ये कितना दुखद है कि पार्टियों को ये समझ में आ गया है कि सिर्फ जय भीम बोलने, बाबा साहेब की फ़ोटो और मूर्ति लगाने, उनका नाटक दिखाने, उनकी जयंती मनाने से भारत के 20 करोड़ अनुसूचित जाति के वोट लिए जा सकते हैं।...

शीर्ष नेतृत्व की हठधर्मिता से खत्म होता बहुजनों का राजनैतिक आंदोलन

सवाल यह है कि बसपा क्यों हार गई? इससे भी बड़ा सवाल यह है कि बसपा इतनी बुरी तरह से क्यों हार गई? नतीजे बता रहे हैं कि बसपा पार्टियों में सबसे नीचे खड़ी है। ओमप्रकाश राजभर की पार्टी, अनुप्रिया पटेल की पार्टी, कांग्रेस...

त्रिकोणीय हुआ यूपी चुनाव, मजबूती से उभरी बसपा

चौथे चरण के चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति बदलती नजर आ रही है। जिस बहुजन समाज पार्टी को पीछे बताया जा रहा था, वह चुपके से आगे बढ़ती जा रही है। बसपा के साथ कैडर वोटों के अलावा कई क्षेत्रों में ब्राह्मण...

जय भीम-नमो बुद्धाय के बीच क्यों छूट जाते हैं सतगुरु रविदास और कबीर

मुझमें जब से अंबेडकरी आंदोलन को लेकर चेतना आई है, तब से एक लंबा वक्त गुजर चुका है। शुरूआती सालों में इस आंदोलन को अपने से बड़ों के नजरिये से देखने के बाद बीते कुछ सालों में मैंने इस आंदोलन को अपने नजरिये...

स्वामी प्रसाद मौर्या ने भाजपा को हिला दिया है

 उत्तर प्रदेश में चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहे हैं, सत्ता की लड़ाई तेज होती जा रही है। और इस राजनैतिक लड़ाई में भाजपा की हवा टाईट होती जा रही है। 11 जनवरी को मंत्री पद और भाजपा से इस्तीफा देकर स्वामी प्रसाद मौर्या...

अपनी नाकामी छुपाने के लिए दलित सीएम के पीछे पड़े मोदी

 प्रधानमंत्री पंजाब के फिरोजपुर में चुनावी रैली नहीं कर सकें। मोदी को मौसम, किसानों के विरोध और खाली कुर्सियों के कारण वापस लौटना पड़ा। लेकिन आपदा को अवसर बनाने में माहिर भाजपा ने इस पूरे मामले को भाजपा बनाम कांग्रेस बना दिया। और जो...

आखिर चरणजीत सिंह चन्नी को एक महीने में ही क्यों करनी पड़ी इस्तीफे की पेशकश?

साल 2007 में पहली बार चमकौर साहिब विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक चुने जाने वाले 58 साल के चरणजीत सिंह चन्नी ने जब 20 सितंबर 2021 को पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी तो उसकी काफी चर्चा हुई थी। यह एक...

लखबीर के खून के छीटे दलितों के मन से जल्दी नहीं मिटेंगे

गुस्सा सबको आता है। गुस्सा हमें भी आता है, जब कोई बाबासाहेब की प्रतिमाएं तोड़ देता है। गुस्सा हमें भी आता है जब कोई जाति के आधार पर हमारे मान-सम्मान को ठेस पहुंचाता है। हम आए दिन किसी न किसी के द्वारा अपमानित होते...

डेरा सचखंड बल्लां: दुनिया भर के चमारों को इकट्ठा करने में लगा संगठन

 दलितों की एक जाति चमार जिसे अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, ने देश-दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। चाहे राजनीतिक आंदोलन हो, सामाजिक आंदोलन या फिर धर्म का आंदोलन, यह जाति केंद्र में रही है। इसकी खासियत यह...
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ओपीनियन

मैं चाहता हूँ कि मनुस्मृति लागू होनी चाहिए

अख़बार में पढ़ा था कि गत दिनों बनारस में कुछ दलित छात्रों ने मनुस्मृति को जलाने का कार्यक्रम किया था, और वे सब...

राजनीति

डॉ. आम्बेडकर की जन्मस्थली से कांग्रेस का नया अभियान शुरू, दलितों-पिछड़ों पर निशाना

महू, मध्य प्रदेश। देश भर के दलितों को कांग्रेस के पाले में एकजुट करने के लिए कांग्रेस पार्टी और इसके नेता राहुल गांधी ने...
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