बीते 13 मई को जब उत्तर प्रदेश में 10वीं के परिणाम घोषित हुए तो अंबेडकर नगर के अकबरपुर में कुंवर बहादुर राजभर और रीना राजभर के घर पर ढोल-नगारे बजने लगे। उनकी बेटी मुस्कान राजभर ने 97.02 प्रतिशत अंक लाकर अपने परिवार और राजभर...
साल 2016 की जनवरी में हैदराबाद विश्वविद्यालय के पीएचडी छात्र रोहित वेमुला के आत्महत्या ने पूरे देश को हिला डाला था। कथित तौर पर दलित समाज से ताल्लुक रखने वाले रोहित वेमुला ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर तमाम आरोप लगाते हुए अपने हॉस्टल के कमरे...
The Ambedkar Association of North America (AANA) US based Ambedkarite Organization, Ohio State Branch has donated Dr. Babasaheb Ambedkar Writings and Speeches (BAWS) volumes to the University of Cincinnati, Langsum Library at 2911 woodside drive, Cincinnati, Ohio on the occasion of India’s Republic Day...
कहते हैं शर्म का एक पर्दा होता है। इंसानों में उस पर्दे का काम हमारे कपड़े करते हैं। लेकिन जब शर्म का वो पर्दा मजबूरी में हटाना पर जाए, आप सोच सकते हैं कि किसी इंसान की हालत क्या होती होगी। किस मजबूरी में...
31 अक्टूबर 2009 को पटना विश्वविद्यालय में पूर्व बैकलॉग की गणना के आधार पर प्रशाखा पदाधिकारी के पद के लिए 9 सीट निर्धारण किया गया था। ज्ञापन संख्या था 1577. पूरे पटना विश्वविद्यालय में प्रशाखा पदाधिकारी के 11 पद हैं और उस दौरान 10...
सुदूर रेगिस्तान के दलित-किसान-मजदूर परिवार में पैदा हुये भट्टाराम एक ऐसे इलाके से आते है,जहां पर जातिगत भेदभाव व छुआछूत भयंकर रूप में विद्यमान है.यह इलाका आज भी सामंतवाद की चपेट में है.आज भी यहां दलितों को छूने तक से परहेज किया जाता है.बच्चों...
जाति प्रमाण पत्र देश के करोड़ों लोगों के लिए एक ऐसी जरूरत है, जिससे उनका भविष्य निर्धारित होता है। लेकिन हालिया वक्त में जाति प्रमाण पत्र को लेकर मुश्लिकें बढ़ने लगी थी। इस मुश्किल को खत्म करने के लिए झारखंड सरकार ने बड़ा फैसला...
नई दिल्ली- भारत में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर यानी एनआरसी को लेकर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं आया है। जबकि 10 जनवरी 2020 से ही नागरिकता संशोधन विधेयक यानी सीएए लागू कर दिया गया है। इस बिल के तहत भारत की नागरिकता पाने के...
नई दिल्ली- हमारे समाज को जातीयता का कीड़ा सदियों से खाता चला आ रहा है। इस दानव रूपी कीड़े को जड़ से खत्म करने के लिए डॉ भीमराव आंबेडकर ने कड़ा संघर्ष किया लेकिन आज जब हम उनके किए गये कार्यों के बावजूद समाज...
नई दिल्ली- नॉट फाउंड सुटेबल एक ऐसा शब्द है, जिसके जरिए सालों से दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के अधिकारों की हकमारी होती रही है। ताजा मामला इलाहाबाद के झूसी स्थिति जी.बी. पंत सोशल इंस्टीट्यूट का है, जहां इसी नॉट फाउंड सुटेबल का हवाला...