पटना। भ्रष्टाचार के मामले में 7 जुलाई को लालू यादव के 12 ठिकानों पर सीबीआई ने छापे मारे थे. छापों के बाद राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव मीडिया के सामने आए. लालू पर आरोप है कि 2006 में उन्होंने रेल मंत्री रहते हुए BNR ग्रुप के होटलों के रखरखाव का ज़िम्मा एक प्राइवेट फ़र्म को दे दिया और बदले में ज़मीन ले ली. लालू ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इशारे पर सीबीआई उनके परिवार को परेशान कर रही है.
लालू यादव ने बड़े ही रुखे स्वर में कहा कि इस मामले में सीबीआई का कोई दोष नहीं, बल्कि दोष तो मोदी और अमित शाह का है. RJD प्रमुख ने कहा, ‘मैं चारा घोटाले के मामले की सुनवाई के लिए रांची में था. वहीं सुबह मुझे पता चला कि सीबीआई के 17 अधिकारी मेरे घर छापे के लिए आए हैं. सीबीआई के लोगों ने ऊपर से ऑर्डर की बात कही. मैंने परिवार के लोगों से सीबीआCBI is raiding Modi and Shah’s gestureई के साथ सहयोग करने को कहा. अब सीबीआई जवाब दे कि उनको मेरे घर से क्या मिला.’
उन्होंने सवाल किया कि इस कथित घोटाले के समय तेजस्वी तो नाबालिग था, तो ऐसे में उसके खिलाफ केस कैसे दर्ज कर लिया गया. लालू यादव ने कहा, ‘मैं 31 मई 2004 में रेलमंत्री बना था, जबकि होटल का लीज 2003 में दिया गया.’ उन्होंने यह भी कहा, कि अटल जी की सरकार में लिए गए फैसले के तहत ही 2006 में टेंडर दिया गया था. इसकी कीमत 1 करोड़ 15 लाख थी और यह टेंडर अधिक बोली के हिसाब से दिया गया है. इसमें कह रहे हैं कि होटल के बदले जमीन मिल गई.
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, सीबीआई प्रधानमंत्री के अधीन है. राज उनका है, सीबीआई उनकी है. ये हमको डीमोरलाइज करना चाहते हैं, हम डीमोरलाइज होने वाले नहीं है. इनकी घुड़की से हम डरने वाले नहीं है. 27 अगस्त को होने वाली ‘भाजपा भगाओ-देश बचाओ’ रैली फेल करने के लिए ही ये सब किया जा रहा है.
मोदी और बीजेपी सरकार के मुखर विरोधी रहे लालू ने कहा, ‘वे मुझे खत्म करना चाहते हैं. सुनो मोदी, अमित शाह, हम फांसी के फंदे पर लटक जाएंगे, लेकिन उससे पहले तुम्हारा अहंकार और बुनियाद चूर-चूर कर देंगे.’ उन्होंने पीएम मोदी और शाह पर महागठबंधन में दरार डालने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘चिल्लर और खटमल उनकी दवाई से खत्म हो जाएंगे.’ लालू ने कहा कि वो बीजेपी सरकार को उखाड़ फेकेंगे.
लालू यादव के समर्थन ममता
इस मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लालू यादव का समर्थन करते हुए सीबीआई की छापेमारी को ‘राजनीतिक बदले’ के तहत की गई कार्रवाई करार दिया है. ममता ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह भाजपा के नेतृत्व में केंद्र सरकार की राजनीतिक बदले की कार्रवाई के अलावा और कुछ नहीं है.’ उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विपक्षी दलों को परेशान करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. ममता ने कहा, ‘बीजेपी के पास दो काम हैं. एक, विपक्षी दलों को परेशान करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करना और दूसरा, बाहरी लोगों को लाकर उन्हें दंगे शुरू करने के काम में लगाना.’ उन्होंने कहा, ‘ साल 2019 में भाजपा की केंद्र में सत्ता से छुट्टी हो जाएगी.’

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