डीडी डेस्क- कुन्नूर के पास हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी की मौत हो गई थी. शुक्रवार को और सीडीएस जनरल बिपिन रावत का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। उनके सम्मान में 17 तोपों की सलामी भी दी गई। इस दौरान वहां 800 जवान मौजूद रहे।
सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को उनकी दोनों बेटियों कृतिका और तारिणी ने मुखाग्नि दी। इससे पहले बिपिन रावत को राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीजेआई एनवी रमन्ना, तीनों सेनाओं के प्रमुख, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत सभी बड़े नेताओं ने श्रद्धांजलि दी।
इतना ही नहीं, बरार स्क्वायर श्मशान घाट पहुंचकर कई देशों के रक्षा बलों के शीर्ष अधिकारियों ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके अंतिम दर्शन के लिए श्रीलंका, भूटान, नेपाल और बांग्लादेश की सेनाओं के कमांडर भी पहुंचे।
बता दें, बिपिन रावत का पार्थिव शरीर शुक्रवार दोपहर करीब 3.45 बजे, बरार स्क्वायर के श्मशान घाट पहुंचा था। उनके काफिले के साथ सैकड़ों लोग उन्हें श्रद्धां सुमन अर्पित करने और उनके सम्मान में रास्ते भर दौड़ते रहे। यहां लोगों ने उन्हें याद करते, जब तक सूरज-चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा, जैसे नारे भी लगाए।
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